आम लोगों व गरीब वर्ग के लोगों को बैंक से जोड़ने और योजनओं का लाभ देने के लिए 2014 में प्रधानमंत्री जनधन योजना शुरू की गई थी। जिसके तहत लोगों को दो लाख का बीमा व ड्रॉफ्ट का लाभ दिया जाता है। इस योजना के तहत कई और फायदे भी लोगों को दिए जाते हैं। जिस कारण इस योजना से अबतक करोड़ों लोग जुड़ चुके हैं। इसी के मद्देनजर वित्त मंत्रालय (Finance ministry) की ओर से बड़ा अपडेट जारी किया गया है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि प्रधानमंत्री जन-धन (PM Jan-Dhan Account) योजना (PMJDY) के तहत खोले गए बैंक खातों में जमा राशि 1.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई है।
पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नवीनतम वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 44.23 करोड़ से अधिक प्रधान मंत्री जन धन योजना (PMJDY) खातों में कुल शेष राशि दिसंबर 2021 में 1,50,939.36 करोड़ रुपये पहुंच चुकी है। रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि इन खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से छात्रवृत्ति, सब्सिडी, पेंशन और COVID राहत कोष जैसे लाभ बैंक खातों में जमा किए जाते हैं।
किन बैंकों में हैं कितने खाते
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कुल 44.23 करोड़ खातों में से, 34.9 करोड़ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास, 8.05 करोड़ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास और शेष 1.28 करोड़ निजी क्षेत्र के बैंकों के पास थे। साथ ही, 31.28 करोड़ पीएमजेडीवाई लाभार्थियों को रुपे डेबिट कार्ड जारी किए गए। इन कार्डों को उपयोग में लाने के साथ ही आगे भी बढ़ाया गया है। आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण और अर्ध-शहरी बैंक शाखाओं में 29.54 करोड़ जन धन खाते हैं। 29 दिसंबर, 2021 तक लगभग 24.61 करोड़ खाताधारक महिलाएं थीं। योजना के पहले वर्ष के दौरान 17.90 करोड़ पीएमजेडीवाई खाते खोले गए थे।
खाते में कितना बैलेंस होना चाहिए
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों के अनुसार इन खातों में इन खातों में शेष राशि बनाने की कोई सीमा नहीं है। अगर खाते में शून्य बैलेंस है तो भी आपका खाता चालू रहेगा। 8 दिसंबर, 2021 तक, शून्य शेष खातों की कुल संख्या 3.65 करोड़ थी, जो कुल जन धन खातों का लगभग 8.3 प्रतिशत है।
कौन सी सेवाएं देता है यह योजना
पीएमजेडीवाई की घोषणा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में की थी, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त 2014 को एक साथ लॉन्च किया गया था। इस खाते को इस लिए शुरू किया गया था कि लोगों को वित्तीय सुविधाएं आसानी से मिल सके। इन सेवाओं में बैंकिंग, प्रेषण, क्रेडिट, बीमा, पेंशन आदि शामिल है।