Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 18 जनवरी को असम में प्रवेश कर गई, लेकिन यहां इस यात्रा को एक निलंबित युवा कांग्रेस महिला नेता अंगकिता दत्ता के विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। जिसने खुद के लिए राहुल गांधी से न्याय की मांग की। जिसके बाद न्याय बनाम न्याय की बहस शुरू हो गई।

अंगकिता दत्ता को भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद अप्रैल 2023 में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। दत्ता ने अपने लिए न्याय की मांग करते हुए यात्रा मार्ग शिवसागर जिले के अमगुरी में अपने समर्थकों के साथ धरना दिया।

यात्रा पर निकले वाहनों का काफिला नागालैंड से अमगुरी इलाके से होते हुए असम में दाखिल हुआ। इस दौरान अंगकिता दत्ता ने कहा, ‘मैं यहां न्याय मांगने आई हूं, क्योंकि राहुल गांधी ने न्याय यात्रा शुरू करके मुझे आशा की किरण दी है। दत्ता ने कहा कि मैं न्याय और पार्टी में बहाली की मांग को लेकर उनको एक ज्ञापन सौंपना चाहती थी।

दत्ता के समर्थकों ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी से मिलने का मौका नहीं मिला, क्योंकि उनका काफिला गुजर चुका था। राहुल गांधी से मुलाकात न होने पर दत्ता ने कहा, ‘मैं अपने निलंबन के 10 महीने बाद भी किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं हुई, लेकिन मुझे उस नेता से कोई न्याय नहीं मिला जो इस देश के लोगों के लिए न्याय मांगने निकले हैं।’

दत्ता ने कहा कि अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा समेत राज्य कांग्रेस के नेता उनके कार्यक्रम से अवगत थे। दत्ता के समर्थकों ने “असम की बेटी” के लिए न्याय की मांग करते हुए राहुल गांधी की यात्रा मार्ग पर पोस्टर लगाए थे।

वहीं कांग्रेस नेताओं ने दत्ता के प्रदर्शन पर बोलने से इनकार कर दिया। वहीं बीजेपी ने इस पूरे मुद्दे का फायदा उठाते हुए कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता कैसे अपने लोगों को न्याय दिला रहे हैं। क्या यही है कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा?

बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा कि न्याय सभी के लिए होना चाहिए, चयनात्मक नहीं। एक संगठन को यौन उत्पीड़न के मामलों में कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए और न्याय की मांग करने वाली यात्रा पर निकले कांग्रेस नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे अपने नेता के लिए ही न्याय सुनिश्चित क्यों नहीं कर सकते।

कौन हैं अंगकिता दत्ता?

अंगकिता असम में कांग्रेस सरकार के समय मंत्री रहे अंजन दत्ता की बेटी हैं। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद पिछले साल उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। उस वक्त वो असम यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। दत्ता ने श्रीनिवास के खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज करवाया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले पर सुनवाई चल रही है। अंगकिता कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधानसभा चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं।