Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी इस वक्त ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निकले हुए हैं। गुरुवार असम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर से मणिपुर के हालात का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि मणिपुर में सिविल वॉर का माहौल बना हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए।

राहुल गांधी ने कहा कि इसी प्रकार नागालैंड में उन्होंने ( प्रधानमंत्री) बड़े वादे किए थे… लोग आज पूछ रहे हैं प्रधानमंत्री के वादे का क्या हुआ। शायद हिंदुस्तान की सबसे भ्रष्ट सरकार असम में चलती है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को संबोधित कर रहे थे। उन्हें असम में प्रवेश पर नागालैंड से असम का झंडा सौंपा गया।

वहीं कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि हम असम में 7 दिन रहेंगे। राज्य सरकार की ओर से खूब प्रयास किया जा रहा है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा सफल न हो, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि असम की महिलाएं, युवा और सभी लोग भारत जोड़ो न्याय यात्रा का संदेश सुनेंगे।

बता दें, राहुल गांधी ने यह ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू की थी। इस दिन राहुल गांधी ने पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा था।

यात्रा से शुरू करने से पहले मणिपुर हिंसा पर राहुल गांधी ने कहा था, ‘कोने-कोने में नफरत फैली, लाखों का नुकसान हुआ, जनहानि हुई, लेकिन देश के प्रधानमंत्री आप लोगों से मिलने नहीं आए। राहुल ने कहा कि शायद पीएम मोदी के लिए मणिपुर, हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं है, लेकिन हम जनता के मन की बात सुनना चाहते हैं। गांधी ने कहा कि देश में मंहगाई और बेरोजगारी चरम पर है। बीजेपी के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है। राहुल ने कहा कि हमने इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा की थी। हमको बहुत अच्छा रिस्पांस मिला। लोगों ने अपना दुख दर्द मुझसे बांटा।

राहुल गांधी ने बताया कि मणिपुर से क्यों यात्रा शुरू की?

राहुल गांधी ने आगे कहा था कि चुनाव में ज्यादा समय नहीं बचा। इसलिए पैदल के साथ-साथ बस यात्रा का फैसला किया। सवाल उठा कि यात्रा कहां से शुरु करें, किसी ने कहा वेस्ट से करो, किसी ने ईस्ट बताया। मैंने साफ कहा- अगली भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ मणिपुर से शुरू हो सकती है। मणिपुर में बीजेपी की नफरत की राजनीति है।

(इनपुट-पंकज रोहिल्ला/जनसत्ता ब्यूरो)