हरियाणा और पंजाब में भाखड़ा डैम से मिलने वाले पानी को लेकर छिड़े विवाद के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हरियाणा ने अपना पानी का कोटा इस्तेमाल कर लिया है। सीएम ने कहा कि अब वे एक्स्ट्रा पानी मांग रहे हैं जो हमारे पास नहीं है। वहीं, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी गुरुवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार हरियाणा को और पानी नहीं देने देगी।

संवाददाताओं से बात करते हुए गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हरियाणा ने अपना पानी का कोटा इस्तेमाल कर लिया है। यह 21 मई से 21 मई तक चलता है। उन्होंने मार्च तक ही अपना पानी इस्तेमाल कर लिया है और अब वे अतिरिक्त पानी मांग रहे हैं जो हमारे पास नहीं है। हमारा धान का सीजन आ गया है, हमने अपनी नहर प्रणाली को ठीक कर लिया है। अब पंजाब अपना पानी इस्तेमाल कर रहा है तो वे कह रहे हैं कि पहले तो पानी मिल जाता था। पहले जो थे वे महलों वाले थे, उन्हें पानी की कीमत नहीं पता थी। हम खेतों से आए हैं, हम पानी की एक-एक बूंद की कीमत जानते हैं।”

AAP को गंदी राजनीति छोड़ देनी चाहिए- नायब सिंह सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी पर ‘गंदी राजनीति’ करने का आरोप लगाया और कहा कि यह पहली बार है जब पेयजल की आपूर्ति रोकी गई है। सैनी ने पंचकूला में एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विकास की राजनीति करने के बजाय आम आदमी पार्टी ‘गंदी राजनीति’ कर रही है।

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सैनी ने कहा, “मैंने पहले भी भगवंत मान से कहा था कि उन्हें विकास की राजनीति करनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “हम हर वर्ष अप्रैल, मई और जून में उनसे (पंजाब से) करीब 9,000 क्यूसेक पानी लेते थे। इसमें से दिल्ली को 500 क्यूसेक, राजस्थान को 800 क्यूसेक मिलता है। हमारे पास 7,000 क्यूसेक से भी कम पानी बचा है।” सैनी ने कहा, “अगर पंजाब में पानी की कमी होती है तो हम अपने हिस्से का पानी काटकर पंजाब के लोगों को देंगे, यही हमारी संस्कृति है।” उन्होंने कहा, “आप’ को गंदी राजनीति छोड़ देनी चाहिए। दिल्ली की जनता ने विधानसभा चुनाव में उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मान साहब, पंजाब के हित में और लोगों की अपेक्षाओं के मुताबिक कुछ काम करें।” 

पंजाब सरकार हरियाणा को और पानी नहीं देगी

वहीं, दूसरी ओर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने गुरुवार को कहा कि आप सरकार हरियाणा को और पानी नहीं देने देगी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर पंजाब के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। चीमा ने यह टिप्पणी भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) द्वारा यहां आयोजित बैठक में हरियाणा के लिये 8,500 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय लेने के एक दिन बाद की है।

हरियाणा के लिये पानी छोड़ने का निर्णय पंजाब सरकार के अधिकारियों द्वारा बीबीएमबी के कदम पर कड़ी आपत्ति जताने के बावजूद लिया गया। पंजाब सरकार के अधिकारियों का दावा था कि हरियाणा ने पहले ही अपने हिस्से का पानी इस्तेमाल कर लिया है। इस बीच, पंजाब पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के तहत रूपनगर जिले में स्थित नांगल बांध पर सुरक्षा बढ़ा दी है।

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हरपाल सिंह चीमा ने पानी के मुद्दे पर केंद्र और हरियाणा सरकार पर साधा निशाना

मीडिया को संबोधित करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने पानी छोड़े जाने के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र और हरियाणा सरकार पर निशाना साधा। चीमा ने भाजपा की केंद्र सरकार, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर पंजाब, उसके किसानों और लोगों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। चीमा ने कहा, ‘‘हरियाणा ने पहले ही आवंटित जल हिस्से का 103 प्रतिशत इस्तेमाल कर लिया है, जबकि राजस्थान ने 110 प्रतिशत उपयोग किया है लेकिन पंजाब ने अपने आवंटित जल हिस्से का 89 प्रतिशत उपयोग किया है।’’

विस्तृत जानकारी देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को क्रमशः 5.512 मिलियन एकड़ फुट (MAF), 2.987 एमएएफ और 3.398 एमएएफ आवंटित किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक हरियाणा ने 3.091 एमएएफ, राजस्थान ने 3.738 एमएएफ तथा पंजाब ने 4.925 एमएएफ का इस्तेमाल किया है। हरपाल सिंह ने कहा, ‘‘पंजाब में मजबूत सरकार है और वह हरियाणा को पानी की एक बूंद भी नहीं देने देगी। हम किसी का हक नहीं रोक रहे हैं और न ही किसी के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। हमने पहले ही आवंटित पानी दे दिया है।’’

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‘हरियाणा सरकार को पानी का उपयोग करने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए था’

चीमा ने कहा कि हरियाणा सरकार को पानी का उपयोग करने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने मूर्खता दिखाई। अगर उन्होंने पानी बर्बाद नहीं किया होता तो वे 21 मई तक इसका इस्तेमाल कर सकते थे। अब उन्होंने पहले ही पानी का इस्तेमाल कर लिया है तो इसका मतलब है कि उन्होंने पेयजल का इस्तेमाल उद्योग या कृषि क्षेत्र के लिए किया। उन्होंने पानी का दुरुपयोग किया।’’

मंत्री ने यह भी कहा कि बांध सुरक्षित हाथों में हैं और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चीमा ने कहा, ‘‘हम किसी को पानी नहीं देने देंगे क्योंकि इस पर हमारा अधिकार है। हरियाणा को उतना ही पानी मिलेगा जितना उसे आवंटित किया गया है। इससे आगे कुछ नहीं मिलेगा। यह बिल्कुल स्पष्ट है। इसे (पानी को) रोकने के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। चाहे वे कितनी भी कोशिश कर लें। भाजपा की साजिश सफल नहीं होगी।’’ बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के सवाल पर चीमा ने कहा, ‘‘सभी बांधों की सुरक्षा की समीक्षा की गई है। हम किसी को भी पंजाब की संपत्ति पर नजर रखने नहीं देंगे।’’

(भाषा के इनपुट के साथ)