केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर लोगों की कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं लेकिन इसी बीच अफवाहों का बाजार खूब गरम है। 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा होने के बाद से ही नए नोटों को जारी करने को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं और परेशानी की बात यह है कि लोग इन अफवाहों पर यकीन भी कर रहे हैं।
आपके लिए जरूरी है कि आप इन अफवाहों पर यकीन न करें। आइए जानते हैं कि ऐसी कौन-कौन सी अफवाहें हैं जिन पर आपको बिल्कुल भी यकीन नहीं करना चाहिए। पहली अफवाह जो नोटों को लेकर सबसे ज्यादा फैलाई गई वह थी नए नोटों में नैनो जीपीएस चिप होने की अफवाह।
यह बात फैलाई गई कि नए नोटों में जीपीएस चिप है जिससे सैटेलाइट के जरिए नोटों की लोकेशन का पता लगाया जा सकेगा। यह बात झूठ थी और इस अफवाह को खुद देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली ने खारिज किया था। नए नोटों में कोई जीपीएस चिप नहीं होगी। इस अफवाह को कुछ टीवी न्यूज चैनलों और अखबारों तक में खबर के तौर पर पेश किया गया था।
दूसरी अफवाह नए नोट के रंग के बारे में फैलाई गई। लोगों को बरगलाने की कोशिश की गई कि नए नोटों का रंग निकल रहा है और ऐसे नोट नकली हैं। यह अफवाह इतनी फैली कि आर्थिक मामलों के वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर सफाई दी और बताया कि नोट अगर गीले कपड़े से साफ किए जाने पर रंग छोड़ता है तो इसका मतलब है कि वह असली है।
एक और अफवाह है कि मोदी सरकार जल्द ही बैंक के लॉकरों को सील करेगी और सोना और जेवर जब्त करेगी। यह आफवाह इतनी फैली कि प्रेस इंफॉर्मेश ब्यूरो को ट्वीट कर साफाई देनी पड़ी कि ऐसी किसी अफवाह पर यकीन न करें। इसके बाद यह आफवाह भी खूब फैलाई जा रही है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अब एक और घोषणा में 100 और 50 रुपये के नोटों को भी बंद कर बदलेगी।
1/n #DeMonetisationMythsBusted
MYTH: #DeMonetisation of 100 and 50 rupee notes soon!
REALITY: No such intention! pic.twitter.com/dE0FVi2Owg
— PIB India (@PIB_India) November 16, 2016
6/n #DeMonetisationMythsBusted
MYTH: Poor quality, colour comes off!
REALITY: Don't worry! Security feature!#DeMonetisation pic.twitter.com/jeCjXVsBBS
— PIB India (@PIB_India) November 16, 2016
केंद्र सरकार ने ऐसी अफवाहों को भी खारिज किया है। इसके अलावा कुछ अफवाहें क्राइम को लेकर भी फैली हुई हैं। इनमें प्रोपैगंडा किया जा रहा है कि नोटों की कमी के चलते लोग दुकानों को लूट रहे हैं। ऐसी ही एक अफवाह सीलमपुर में एक मॉल के लूटे जाने की भी फैलाई गई जिसे दिल्ली पुलिस ने अपने ट्वीट के जरिए गलत बताया। दिल्ली पुलिस ने और भी कई ट्वीट्स कर कई अफवाहों को खारिज किया।
दिल्ली पुलिस का
News Update pic.twitter.com/YYTYs4Zfwl
— Delhi Police (@DelhiPolice) November 12, 2016
Clarification pic.twitter.com/0NW4DrgRvI
— Delhi Police (@DelhiPolice) November 12, 2016
Advisory pic.twitter.com/kz2IfwGZe7
— Delhi Police (@DelhiPolice) November 13, 2016
नमक वाली अफवाह को भी याद रखना जरूरी है। देश के कई राज्यों में नोटबंदी की घोषणा होते ही नमक 200 रुपये से लेकर 400 रुपये प्रति किलो तक बिक गया था। इस अफवाह को भी देश की वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने खारिज किया और बताया कि देश में नमक की कोई कमी नहीं है। यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने भी नमक की कमी की अफवाह को झूठ बताया था।
निर्मला सीतारमण का ट्वीट
1. No shortage in the supply of edible salt.Baseless rumors being spread. Salt Commissioner& Jt.Secretary Shri Raghavendra monitoring ….
— Nirmala Sitharaman (Modi Ka Parivar) (@nsitharaman) November 11, 2016
अखिरेश यादव
Who said there is shortage of salt? There is ample salt in the state, why spread rumours?: CM Akhilesh Yadav pic.twitter.com/B4fMXqnIOB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 12, 2016
इसके अलावा एक अफवाह यह भी फैलाई गई कि देश में सिर्फ 2500 एटीएम ही मौजूद है। आखिर में एक और जरूरी अफवाह का जिक्र करना जरूरी है। एक लड़की की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई जिसमें उस लड़की को उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की बेटी बताया गया था।
फर्जी ट्वीट
फर्जीवाड़े पर सही जानकारी देता एक ट्विटर यूसर
https://twitter.com/aadikamle/status/796645854245318656
लड़की की फोटो में उसे 2000 रुपये की नई नोटों की गड्डी के साथ दिखा कर यह प्रोपैगंडा किया गया कि बीजेपी के नेता की बेटी के पास नए नोट, बैंकों में पहुंचने से पहले ही पहुंच गए हैं। इस फोटो की भी जब जांच हुई तो यह नकली निकली और केशव प्रसाद मौर्य ने खुद बताया कि उनकी कोई बेटी नहीं है बल्कि दो बेटे हैं, जिनके नाम उन्होंने अपने चुनाव लड़ने के हलफनामें में भी दिए थे।
इसके अलावा ऐसी ही एक और अफवाह सूरत के एक कारोबारी लालजी भाई के बारे में फैलाई गई। यह प्रोपैगंडा किया गया कि लालजी भाई ने 6 हजार करोड़ रुपये सरेंडर किए हैं लेकिन यह खबर भी झूठी निकली। लालजी भाई वही कारोबारी हैं जिन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का सूट 4 करोड़ रुपये से ज्यादा में खरीदा था।