पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम में चोटिल होने की घटना को लेकर चुनाव आयोग की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गयी है। आयोग ने पूर्वी मिदनापुर के SP प्रवीण प्रकाश को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही डीएम विभू गोयल को भी हटा दिया गया है। आयोग ने ममता बनर्जी के सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय को भी पद से मुक्त कर दिया है।

रविवार को चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि ममता की Z+ सुरक्षा के रूप में अपने प्राथमिक कर्तव्य के निर्वहन में विफल रहने के लिए एक सप्ताह के भीतर सहाय के खिलाफ आरोप तय होने चाहिए। डीएम विभू गोयल की जगह स्मिता पाटिल को नई जिम्मेदारी दी गयी है। साथ ही चुनाव आयोग ने पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा को बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। निवार्चन आयोग ने स्टार प्रचारकों को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिए गए सुरक्षा बंदोबस्त का पालन करने के लिए कहा है।

पीटीआई के अनुसार विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दुबे की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि ममता बनर्जी को जो चोट लगी वो उनकी सुरक्षा जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम था।

गौरतलब है कि नंदीग्राम में अपने चुनाव प्रचार के दौरान सीएम ममता बनर्जी के पैरों में चोट लग गई थी। घटना के बाद तृणमूल नेता ने आरोप लगाया था कि उनके पैर को कुचलने की कोशिश की गयी थी। घटना के बाद देश भर में पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने साफ किया था कि यह कोई हमला नहीं था बल्कि एक दुर्घटना थी।

बताते चलें कि बंगाल में 8 चरण में चुनाव हो रहे हैं। 294 सीटों वाले विधानसभा के लिए पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होने हैं। अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा, जबकि 2 मई को मतों की गिनती की जाएगी। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव मैदान में हैं जहां उनका मुकाबला पूर्व में उनके सहयोगी रह चुके शुवेंदु अधिकारी से है।