रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही कुशवाहा ने बसपा के साथ मिलकर नया मोर्चा बनाने का ऐलान किया है। बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव में नीतीश कुमार का मुकाबला करने की क्षमता नहीं है। इसके बाद से ही उनके महागठबंधन छोड़ने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कुशवाहा चाहते थे कि महागठबंधन की तरफ से उन्हें सीएम कैंडिडेट प्रोजेक्ट किया जाए। लेकिन सीएम प्रोजेक्ट तो दूर राजद, रालोसपा को 10-12 से ज्यादा सीटें देने के लिए ही तैयार नहीं है। शायद यही उनके महागठबंधन छोड़ने की वजह बनी।
लोजपा के प्रधान सचिव शाहनवाज कैफी ने अपने एक बयान में कहा कि उनकी पार्टी की बिहार चुनाव में 143 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का मन है कि पार्टी 143 सीटों पर चुनाव लड़े। उम्मीद है कि चिराग पासवान पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करेंगे।
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कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद ही तेजस्वी का रालोसपा से मोहभंग हो गया था। दरअसल उपेन्द्र कुशवाहा अपने वोटबैंक कोरी समुदाय का वोट यूपीए को शिफ्ट कराने में नाकाम रहे थे। जिसके चलते दोनों दलों के रिश्तों में पहले जैसी गर्मजोशी नहीं रही थी।
लोजपा के प्रधान सचिव शाहनवाज कैफी ने अपने एक बयान में कहा कि उनकी पार्टी की बिहार चुनाव में 143 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का मन है कि पार्टी 143 सीटों पर चुनाव लड़े। उम्मीद है कि चिराग पासवान पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करेंगे।
बिहार की बाल्मिकीनगर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव आयोग ने इसका ऐलान किया है। वहीं दुमका और बेरमो सीट पर तीन नवंब को वोटिंग होगी। वहीं 10 नवंबर को इन चुनाव की वोटिंग होगी।
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा बिहार चुनाव के मद्देनजर आज गठबंधन पर घोषणा कर सकते हैं। महागठबंधन विवाद के बीच उन्होंने सोमवार रात कहा- फिलहाल मैंने कोई फैसला नहीं लिया है। जो भी करूंगा, सूबे और कार्यकर्ताओं का ख्याल रखते हुए करूंगा। उपेन्द्र कुशवाहा आज दोपहर दो बजे पटना स्थित होटल मौर्य में एक प्रेस वार्ता करेंगे। वह इस दौरान मीडिया और रालोसपा के समर्पित साथियों सहित बिहारवासियों को संबोधित करेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सोमवार को सत्ताधारी जद (यू) और प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद में दूसरे दलों के नेताओं के शामिल होने के साथ राज्य में “आयाराम गयाराम” की राजनीति जारी रही। प्रदेश के विपक्षी महागठबंधन में राजद की सहयोगी रालोसपा को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने सोमवार को लालू प्रसाद की पार्टी का दामन थाम लिया।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव ने भूदेव को अपनी पार्टी की सदस्यता रालोसपा के संस्थापक उपेंद्र कुशवाहा के दिल्ली से लौटने के कुछ देर बाद दिलायी। कुशवाहा के राजग में वापसी को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात होने की चर्चा है। महागठबंधन में असंतुष्ट चल रहे कुशवाहा ने बृहस्पतिवार को पटना में आयोजित रालोसपा की एक आपात बैठक के दौरान कहा था कि राजद ने जिस नेतृत्व (तेजस्वी यादव) को खड़ा किया है उसके पीछे रहकर प्रदेश में परिवर्तन लाना संभव नहीं। उन्होंने कहा था कि बिहार की जनता चाहती है कि नेतृत्व ऐसा हो जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने ठीक से खड़ा हो सके।
इससे पहले, राजद ने 1990 के दशक के बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद को भी अपनी पार्टी में शामिल किया। आनंद मोहन को गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गयी थी और वह जेल में है। लवली आनंद अपने बेटे चेतन आनंद के साथ राजद में शामिल होने के लिए तेजस्वी के आवास पर पहुँचीं जिसके बाद उनके बेटे के भी राजनीति के क्षेत्र में उतरने की अटकलें लगायी जानी शुरू हो गयी हैं।
लवली आनंद ने कहा, ‘‘खुले मन से हमलोग राजद में आए हैं क्योंकि प्रदेश की नीतीश सरकार ने धोखा देने का काम किया है। पुरूषार्थियों को जेल भेजकर शासन चलाने वालों को जनता जवाब देगी।'' दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) में सोमवार को मोहम्मद फिरोज हुसैन को शामिल किया गया जिन्होंने पिछले साल डेहरी विधानसभा क्षेत्र से राजद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और भाजपा के उम्मीदवार के हाथों पराजित हो गए थे।
फिरोज, राजद के दिग्गज नेता इलियास हुसैन जो लालू प्रसाद की पार्टी के शासनकाल में मंत्री भी रहे थे, के पुत्र हैं। बिटुमिन घोटाला मामले में 2018 में सजा सुनाये जाने के बाद इलियास की बिहार विधानसभा से सदस्यता जाने पर डेहरी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी थी। जद (यू) में शामिल होने पर, फिरोज ने पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार और उनके ‘‘2005 में सत्ता संभालने के बाद से राज्य में किए गए विकास कार्यों की प्रशंसा की।’’
इस बीच, जन अधिकार पार्टी के संस्थापक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने चंद्रशेखर आज़ाद रावण की भीम आर्मी के साथ वैकल्पिक मोर्चा बनाने की सोमवार को घोषणा की। इससे कुछ दिन पूर्व ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर बिहार के दिग्गज समाजवादी नेता देवेंद्र यादव के साथ मिलकर एक ‘‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक सेक्युलर एलायंस’’ बनाने की घोषणा की थी।