पुलिस ने बुधवार को पंजाब के बठिंडा में एक सैन्य बैरक में सेना के चार जवानों की गोली मारकर हत्या करने वाले दो अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जिन्होंने कथित तौर पर कुर्ता-पायजामा पहने हुए थे और अपने चेहरे कपड़े से ढके हुए थे। 80 मीडियम रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी के मेजर आशुतोष शुक्ला द्वारा बठिंडा पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार चारों जवान ऑफिसर्स मेस से सटे एक बैरक में ठहरे हुए थे।

मेजर शुक्ला ने अपनी शिकायत में आगे बताया कि मंगलवार की रात ड्यूटी पूरी करने के बाद चारों जवान दो-दो की जोड़ियों में अपने-अपने कमरे में सो रहे थे। उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े चार बजे के करीब उन्हें यूनिट के एक अन्य जवान ने बताया कि बैरक में फायरिंग की घटना हुई है।

मौके पर इंसास राइफल और कुल्हाड़ी लिये हुए दो लोग दिखाई दिये

मेजर शुक्ला ने कहा कि जब वह यूनिट के एक अन्य अधिकारी के साथ मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने मध्यम कद और अच्छे कद के दो लोगों को कुर्ता-पायजामा पहने देखा, जिनमें से एक के हाथ में इंसास राइफल और दूसरे के हाथ में कुल्हाड़ी थी।

उन्होंने कहा कि दोनों ने अपने चेहरे और सिर कपड़े से ढके हुए थे। उन्होंने आगे कहा कि दोनों उसे देखकर मौके से चले गए और बगल के जंगल की ओर भाग गए।

मेजर शुक्ला ने कहा कि उन्होंने देखा कि चारों जवानों के शव गोलियों से छलनी थे और इंसास रायफल के खाली खोल जमीन पर पड़े थे। उन्होंने आगे कहा कि 9 अप्रैल को यूनिट से एक इंसास सर्विस राइफल चोरी हो गई थी और घटना की जांच चल रही थी। उन्होंने कहा कि ऐसा संदेह है कि चोरी की गई इंसास राइफल से चार जवानों की हत्या की गई है।