Bangladesh Border: केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल राज्य की बांग्लादेश से लगती हुई अपनी सीमा पर बाड़ेबंदी (फैंसिंग) की जा रही है। इसके चलते भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच तनातनी भी हुई है। बीएसएफ ने सोमवार से पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के सुखदेवपुर इलाके में बाड़ लगाना शुरू किया है। इस पर बीजीबी की ओर से आपत्ति जताई गई, जिससे सीमा पर तनाव बढ़ गया। जिसके बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुछ क्षेत्रों में बाड़ लगाने के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कोशिशों पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की हालिया आपत्तियों के बीच दोनों बलों ने गुरुवार को उत्तर 24 परगना जिले के पेट्रापोल में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) पर एक बैठक की। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में बीजीबी ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुछ क्षेत्रों में सीमा बाड़ लगाने के बीएसएफ के प्रयासों पर आपत्ति जताई थी।
सीमा पर आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और समन्वय बढ़ाने के उद्देश्य से पूर्व-निर्धारित बैठक में बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक मनिंदर पीएस पवार और बीजीबी के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद हुमायूं कबीर ने भाग लिया। बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों बलों के बीच चर्चा प्रभावी सीमा प्रबंधन, अवैध क्रॉसिंग को रोकने के उपायों, सीमा पार अपराधों से निपटने और क्षेत्र में सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आईजी ने सीमा पर अधिक सुरक्षित माहौल को बढ़ावा देने, स्थिरता सुनिश्चित करने और क्षेत्र में समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए दोनों सेनाओं के बीच आपसी सहयोग के महत्व पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और भारत और बांग्लादेश के बीच सहयोग की भावना को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। बता दें,वर्तमान विवाद मालदा जिले के बैष्णबनगर के सुकदेवपुर क्षेत्र में बीएसएफ द्वारा कांटेदार तार के बाड़ लगाने के हालिया प्रयास से उत्पन्न हुआ है।
सोमवार को पहली बार बाड़ लगाने का काम कुछ समय के लिए रोक दिया गया था, क्योंकि बीजीबी ने दावा किया था कि यह काम बांग्लादेशी क्षेत्र में किया जा रहा है। हालांकि, इस मुद्दे को बातचीत के ज़रिए सुलझा लिया गया और मंगलवार को बिना किसी रुकावट के निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया।
बुधवार को बीएसएफ ने बाड़ लगाने का काम फिर से शुरू कर दिया था, लेकिन जल्द ही बीजीबी ने इसे रोक दिया। स्थानीय निवासियों के शामिल होने से स्थिति और बिगड़ गई। सीमा के दोनों ओर के ग्रामीणों के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई और नारे भारत की ओर से भी गूंजे।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि बीजीबी बीएसएफ को बाड़ लगाने से रोक रहा है। एक ग्रामीण स्वप्न मंडल ने कहा कि बीजीबी बाड़ लगाने के काम में बाधा डाल रहा है। यह एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे सीमा पर आतंकवादियों और तस्करों की घुसपैठ का खतरा बढ़ जाता है।
एक अन्य निवासी जनार्दन मंडल ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बांग्लादेशी पक्ष में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों से उत्पन्न संभावित खतरे पर प्रकाश डाला तथा अवैध प्रवेश को रोकने तथा सुरक्षा बनाए रखने के लिए मजबूत सीमा बाड़ लगाने की आवश्यकता पर बल दिया।
वहीं,बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने देश की रक्षा के लिए ग्रामीणों की इच्छा की प्रशंसा की। बीजीबी की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा नेता ने बांग्लादेश सरकार पर उग्रवादियों को पनाह देने और संघर्ष को भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह (घटना) उस देश की सरकार के उकसावे पर हो रही है। हालांकि, वहां के लोगों ने तस्करों, मानव तस्करों और कट्टरपंथियों को पकड़ने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है।
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