पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट आज कांग्रेस में शामिल हो गए। दोनों पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। इस बीच कांग्रेस ज्वॉइन करते ही बजरंग का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे साथ खड़ी नहीं हुई।
पहलवान पूनिया ने यह भी कहा कि हमारी आलोचना हो रही है। हमने देश की बेटियों की आवाज उठाई। हम मिलकर कांग्रेस और देश को मजबूत करेंगे।
कांग्रेस में शामिल होने पर बजरंग पूनिया ने कहा, बीजेपी आईटी सेल आज क्या कह रही है कि हम सिर्फ राजनीति करना चाहते थे। हमने सभी महिला बीजेपी सांसदों को हमारे साथ खड़े होने के लिए लिखा था लेकिन वे फिर भी नहीं आईं। हम महिलाओं की आवाज उठाने के लिए भुगतान कर रहे हैं, लेकिन अब हम जानते हैं कि भाजपा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों के साथ खड़ी है और अन्य सभी दल हमारे साथ खड़े हैं।”
विनेश के डिस्क्वालिफ़ाई होने पर एक आईटी सेल जश्न मना रहा था- बजरंग पूनिया
बजरंग ने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी और देश को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। जिस दिन विनेश ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया देश खुश था लेकिन अगले दिन हर कोई दुखी था, उस समय एक आईटी सेल जश्न मना रहा था।”
बजरंग पूनिया ने आगे कहा, “जंतर-मंतर पर हमारे साथ हुए अत्याचार के दौरान बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियां हमारे साथ थीं। ‘हमारे बुरे वक्त में हमारा साथ देने के लिए मैं सभी कांग्रेस नेताओं को धन्यवाद देता हूं।”
कांग्रेस में शामिल होने पर क्या बोलीं विनेश फोगाट
वहीं, दूसरी ओर विनेश फोगाट ने पार्टी ज्वाइन करते ही कहा कि कांग्रेस ने ऐसे वक़्त में उनका साथ दिया जब वह बहुत बुरे दौर से गुजर रहे थे। विनेश फोगाट ने कहा,”मैं कांग्रेस पार्टी का धन्यवाद देती हूं, क्योंकि यह बुरे वक़्त में पता लगता है कि कौन हमारे साथ है और कौन नहीं? कांग्रेस हमारे साथ खड़ी थी, मैं ऐसी विचारधारा के साथ जुड़कर खुश हूं जो महिलाओं के सम्मान में खड़ी होती है।”
इससे पहले विनेश फोगाट ने निजी कारणों का हवाला देकर भारतीय रेलवे से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। विनेश ने एक्स पर लिखा ,‘‘ भारतीय रेलवे की सेवा करना मेरे जीवन का यादगार और गर्व से भरा समय रहा ।’’ वह उत्तरी रेलवे में विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के पद पर कार्यरत थी । उन्होंने आगे लिखा ,‘‘ मैने रेलवे की सेवा से खुद को अलग करने का फैसला किया है और भारतीय रेलवे के संबंधित अधिकारियों को अपना इस्तीफा भेज दिया है ।’’