आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाने की योजना बनाई है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने तिरंगे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। कांग्रेस के सिक्कम, त्रिपुरा एवं नागालैंड के प्रभारी महासचिव डॉ अजय कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भाजपा सरकार ने पॉलिएस्टर निर्मित राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण और आयात की अनुमति देने के लिए भारतीय झंडा संहिता में संशोधन करने का फैसला लिया है।
पार्टी मुख्यालय पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में डॉ अजय कुमार ने कहा, “अब हमारे तिरंगे को बनाने के लिए पॉलिएस्टर को इम्पोर्ट किया जाएगा, जो सीधा चीन से आएगी। जैसे ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पूरी तरह चीन से बनकर आई है, अब हमारे तिरंगे के लिए कपड़ा भी चीन से आएगा। कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “प्रधानमंत्री का चीन प्रेम जगजाहिर हो चुका है, राष्ट्रध्वज तिरंगे को बनाने के लिए पॉलिस्टर के उपयोग की अनुमति चीनी मित्रता की बानगी है। प्रधानमंत्री बताएं- खादी के राष्ट्रध्वज से उनको क्या आपत्ति है, क्या दिक्कत है?”
कांग्रेस ने कहा कि जिस खादी की प्रशंसा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके इस्तेमाल के लिए लोगों का आह्वान किया था अब उनकी सरकार ने उसी खादी ग्रामोद्योग से निर्मित राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की जगह चीन में तैयार पॉलिएस्टर के झंडे को आयात करने का निर्णय लिया है। डॉ अजय कुमार ने कहा कि इससे देश के करीब 10 करोड़ लोगों की रोजी-रोटी पर सीधा हमला हुआ है।
घर-घर में चीन निर्मित तिरंगा: उन्होंने कहा कि मोदी सरकार घर-घर तिरंगा की बजाए घर-घर चीन में निर्मित तिरंगा पहुंचाने की योजना बना रही है। पॉलिस्टर के तिरंगों का निर्माण चीन से कराया जाएगा या चीन से पॉलिस्टर आयात करके देश में तिरंगों का निर्माण कराया जाएगा तो इसका फायदा चीन को होगा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां खादी ग्रामोद्योग में तिरंगा बनता है और इस उद्योग से दस करोड़ से ज्यादा लोगों की रोजी-रोटी चलती है।
डॉ अजय कुमार ने कहा, “आज हमें यह स्पष्ट हो गया है कि देश का तिरंगा, मोदी जी के लिए सिर्फ एक ‘गमछा’ है। खादी मोदी जी के लिए कोई मायने नहीं रखता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमेशा तिरंगे को अपमानित करने वाले लोग अब खादी उद्योग को भी खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। हमारे देश में खादी उद्योग से संबंधित करीब 1.5 करोड़ लोग कार्य कर रहे हैं, जिन पर पीएम मोदी ने सीधा हमला किया है। भाजपा देश की संपत्तियों को लगातार बेच रही है, मित्रों को फायदा पहुंचा रही है, अब पीएम और होम मिनिस्टर की नजर राष्ट्रध्वज को बेचने पर है।