अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से भक्तों की हुजूम उमड़ रहा है। पहले ही दिन 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन दिए। भारी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसका असर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलेगा। एसबीआई की ताजा रिसर्च में दावा किया गया है कि राम मंदिर और अन्य पर्यटन केंद्रों से यूपी को 5 हजार करोड़ रुपये तक टैक्स के रूप में मिल सकते हैं। इसमें अयोध्या सबसे बड़ा कारण होगा। इस साल यूपी में पर्यटन से जुड़ा कारोबार 4 लाख करोड़ को पार कर सकता है।

पिछले दिनों विदेशी शेयर बाजार फर्म जेफरीज ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अयोध्या पर्यटकों की संख्या के हिसाब से वेटिकन सिटी और मक्का को भी पीछे छोड़ देगा। अयोध्या में हर साल करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह उत्तर प्रदेश ही नहीं भारत का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल बन जाएगा। विश्व के दो सबसे बड़े धार्मिक स्थलों की बात करें तो पहले स्थान पर मक्का है। यहां हर साल 2 करोड़ लोग पहुंचते हैं। इससे सऊदी अरब के 12 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त होता है। वहीं वेटिकन सिटी में हर साल करीब 90 लाख श्रद्धालु पहुंचते है। इससे वेटिकन को 315 मिलियन अमेरिकी डॉलर का राजस्व प्राप्त होता है।

अकेले अयोध्या की 25 हजार करोड़ होगी अर्थव्यवस्था

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अयोध्या में हर दिन एक लाख से अधिक भक्त दर्शन करने पहुंचेंगे। यह संख्या कुछ ही दिनों में बढ़कर 3 लाख प्रतिदिन तक पहुंच जाएगी। इस रिपोर्ट में कहा गया कि अगर एक व्यक्ति 2500 रुपये भी अपनी यात्रा पर खर्च करेगा तो अकेले अयोध्या में स्थानीय अर्थव्यवस्था 25,000 करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगी।

तिरुपति बालाजी और वैष्णो देवी से ज्यादा पहुंचेंगे श्रद्धालु

अयोध्या जल्द ही भारत का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बन सकता है। फिलहाल आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी में हर साल 2.5 करोड़ भक्त पहुंचते हैं। इससे 1,200 करोड़ रुपये का सालाना राजस्व होता है। वहीं वैष्णो देवी में सालाना 80 लाख पर्यटक आते हैं। इससे हर साल 500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। आगरा में ताज महल देखने हर साल 70 लाख पर्यटक पहुंचते हैं जिससे 100 करोड़ रुपये की कमाई होती है। वहीं आगरा किला में 30 लाख पर्यटक आते हैं। इससे 27.5 करोड़ रुपये का सालाना राजस्व मिलता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में मथुरा और वाराणसी से भी अर्थव्यवस्था में भारी इजाफा हो रहा है।