अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होंगे। करीब 7 हजार विशिष्ट अतिथियों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया है। प्रायश्चित पूजन व कर्मकुटी पूजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो गया। रामलला 17 जनवरी को राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। उन्हें पूरे मंदिर परिसर में भ्रमण कराया जाएगा। 18 जनवरी को रामलला गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। राम मंदिर के लिए चयनित मूर्ति की आंखों पर पट्टी बांधी गई है, यह पट्टी 22 जनवरी को खोली जाएगी। मुंबई-अयोध्या के बीच डायरेक्ट फ्लाइट भी शुरू हो चुकी है।
उत्तर 24 परगना में बीजेपी विधायक अशोक कीर्तनिया ने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को अयोध्या में होगी... हमने बांग्लादेश में हिंदुओं को 'प्रसाद चावल' सौंप दिया है।"
महंत धीनेंद्र दास और पूजारी सुनील दास ने की राम मंदिर के गर्भगृह में पूजा
टीएस सिंहदेव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी धर्म के जरिए राजनीति कर रही है। उन्होंने बताया कि वो खुद अपने इलाके में 200 से ज्यादा मंदिर बनवा चुके हैं।
विपक्ष द्वारा प्राण प्रतिष्ठा को बीजेपी का कार्यक्रम बताने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा, "1949 में राम की मूर्ति सामने आई और कांग्रेस की सरकार थी। कोई भी नेहरू के ख़िलाफ़ खड़ा नहीं हो सकता था। क्यों किया वे उस अवसर का लाभ नहीं उठाते? यदि उन्होंने राम मंदिर बनाया होता, तो भाजपा को इसके बारे में कुछ भी बोलने की आवश्यकता नहीं होती... उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया?... कांग्रेस खुद की सराहना करती है कि उन्होंने फरवरी में ताला खोल दिया 1986... वे तब मंदिर बना सकते थे और सारा श्रेय ले सकते थे... राहुल गांधी और कांग्रेस भारत की आत्मा को नहीं समझ सकते... गांधीजी जानते थे कि राम, कृष्ण और शंकर भारत की आत्मा थे... इन तीनों के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती... कांग्रेस कोर्ट में कहती है कि राम काल्पनिक हैं... वे (राम मंदिर में) कैसे आ सकते हैं?... इस देश में राम के खिलाफ कोई बात टिक ही नहीं पाई.. .ये लोग भी टिक नहीं पाएंगे..."
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर भाजपा नेता और भारत के दिवंगत पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सी. राजगोपालाचारी के प्रपौत्र सीआर केसवन ने कहा, "22 जनवरी को, एक बहुत ही ऐतिहासिक 550 साल पुराना इंतजार समाप्त होगा भारत के सभ्यतागत पुनर्जागरण का शानदार संकेत देने के लिए, जब हमारे प्रधान मंत्री प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे... हम सभी अपने जीवनकाल में इस घटना के साक्षी बनने के लिए बहुत भाग्यशाली हैं।"
राम मंदिर आंदोलन संघर्ष पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल कहते हैं, "जब देश पर अंग्रेजों का शासन था तब संघर्ष हुआ था... आजादी के बाद इस संघर्ष में खून-खराबा हुआ, निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलाई गईं और लाठीचार्ज किया गया...सड़क से लेकर संसद तक संग्राम हुआ...पीएम मोदी बचपन से ही आध्यात्म से जुड़े रहे हैं...उनके नेतृत्व में भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित किया जा रहा है...वह राम मंदिर में शामिल नहीं हुए संघर्ष तभी किया जब वह पीएम बने। वह बचपन से ही भारतीय संस्कृति और मूल्यों के लिए काम कर रहे थे। जब लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से रथयात्रा निकाली, तो पीएम मोदी 'सारथी' थे...''
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा, "यह क्षण उन लोगों के लिए अवर्णनीय है जिन्होंने इसका सपना देखा, जिन्होंने लंबे समय तक संघर्ष किया। न केवल व्यक्ति बल्कि लोगों के लिए भी यह क्षण अवर्णनीय है।" इसके लिए अपनी पीढ़ियों का बलिदान दिया... मैं समझता हूं कि ये पीढ़ियों के त्याग और समर्पण का परिणाम है... ये भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का क्षण है...''
हेमा मालिनी ने कहा कि विपक्षियों को कुछ तो कहना है। वो हर चीज का विरोध करते हैं। यह उनका नुकसान है। उन्हें भी इसपर गर्व महसूस करना चाहिए।
बीजेपी सांसद और बॉलीवुड कलाकार हेमा मालिनी अयोध्या पहुंच गई हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि वह सीता के रूप में परफॉर्म करेंगे। यह प्रोग्राम स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर से कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल दलों पर हमला बोला है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये दल राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूर हैं, आने वाले समय में लोग इन दलों से दूरी बना सकते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता आज बद्रीनाथ धाम पहुंचे। वीएचपी कार्यकर्ताओं ने यहां ध्यान कर रहे साधुओं को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि नई अयोध्या में अब कभी कर्फ्यू नहीं लगेगा, बल्कि राम नाम संकीर्तन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यहां कभी गोली नहीं चलेगी, बल्कि रामभक्तों को लड्डू के गोले मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब अयोध्या में कोई पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा रोकने का साहस नहीं करेगा।
अयोध्या के लिए आगरा से पैदल चल पड़े हैं दो दोस्त। दोनों दोस्तों में एक एक हिंदू है और दूसरा मुसलमान । दोनों का कहना है कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक उनकी अयोध्या पहुंचने की योजना है। ताजनगरी आगरा के उस्मान अली और प्रिंस शर्मा सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते अयोध्या के लिए पैदल निकल पड़े हैं।
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैं 22 जनवरी के बाद राम मंदिर जाऊंगा। 22 के बाद आराम से रामलला के दर्शन होंगे। उन्होंने न्योते के लिए राम मंदिर ट्रस्ट का आभार जताया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''पिछले 9 वर्षों में, उत्तर प्रदेश में न केवल नए हवाई अड्डे बने हैं, बल्कि 4 अंतरराष्ट्रीय एयर पोर्ट्स के साथ, उत्तर प्रदेश हवाई कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राज्य बन गया है।" पीएम मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का उद्घाटन किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोलकाता और अयोध्या के बीच पहली उड़ान के लिए बोर्डिंग पास मिला।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "कल तक कहते थे कि 3 किलोमीटर दूर मंदिर बन रहा है वे भी झूठा साबित हो गया। राजनीति करने, सुर्खियों में बने रहने और राम मंदिर से दूरी बनाए रखने के लिए घमंडिया गठबंधन के नेताओं के एक बाद दूसरे बयान आ रहे हैं। इन्होंने कभी भगवान राम को नहीं माना आज भी नहीं मान रहे हैं।"
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अयोध्या-बेंगलुरु एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान का उद्घाटन किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "5 अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे उत्तर प्रदेश में स्थापित हो गए हैं या होने जा रहे हैं. आज अयोध्या को बेंगलुरु और कोलकाता से एयर इंडिया एक्सप्रेस के माध्यम के साथ जोड़ा जा रहा है."
18 जनवरी से रामलला की मूर्ति का अधिवास शुरू होगा। इसके अगले दिन यानी 19 जनवरी को प्रात: फल अधिवास और शाम को धान्य अधिवास किया जाएगा। 20 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा। जबकि शाम को रामलला को औषधि और शय्या अधिवास कराया जाएगा। 21 जनवरी को मध्याधिवास, शय्याधिवास होगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी।
आचार्य श्री गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि अयोध्या में सप्ताह भर चलने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दूसरे दिन बुधवार को भगवान राम लला की मूर्ति को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के परिसर का भ्रमण कराया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ के बयान का हवाला देते हुए कहा, ''बुधवार, 17 जनवरी को दोपहर 1:20 बजे के बाद जलयात्रा, तीर्थ पूजा, ब्राह्मण-बटुक-कुमारी-सुवासिनी पूजा, वर्धिनी पूजा, कलशयात्रा और प्रसाद परिसर में भगवान श्री राम लला की मूर्ति का भ्रमण होगा।"