अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले भूमि पूजन का कार्यक्रम दिन होना है। इस कार्यक्रम में कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं और हर कोई राम के प्रति अपनी निष्ठा जताने के लिए बयान दे रहा है और सोशल मीडिया पर अपनी राय रख रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर राम को लेकर एक ट्वीट किया जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं। भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने। इसके साथ ही उन्होंने अपने वक्तव्य की एक फोटो शेयर की है जिसमें लिखा है, युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी।

प्रियंका गांधी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। शेफाली वैद्य ने कांग्रेस के पुराने बयान साझा करते हुए लिखा है, साल 2007 में कांग्रेसनीत केंद्र सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दायर किया था कि राम के अस्तित्व का कोई साक्ष्य नहीं है। अब प्रियंका गांधी कह रही हैं कि राम युगों-युगों से भारत को प्रेरित करते रहे हैं। क्या पाखंड है।

@SatishM81957227 ने लिखा है आप लोगों ने तो अदालत में हल्फनामा देकर भगवान राम के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए थे।आपके नेता तो भगवा आतंकवाद,हिंद आतंकवाद का झूठा प्रचार करते रहे हैं आपकी जहरीली जुबान से भगवान राम का नाम अच्छा नहीं लगता।आप लोग तो जालीदार टोपियों में ही अच्छे लगते हैं।