पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती सोमवार को पूरे प्रदेश में सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी।देश भर में बीजेपी के मुख्यालयों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक बूथ पर अटलजी के चित्र पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित होंगे और अटलजी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री को याद किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सदैव अटल पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोशल मीडिया पर भी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।”
वहीं, अमित शाह ने लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनका स्मरण कर उन्हें नमन करता हूं। अटल जी ने निःस्वार्थ भाव से देश व समाज की सेवा की और भाजपा की स्थापना के माध्यम से देश में राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी। जहां एक ओर उन्होंने परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध में विश्व को उभरते भारत की शक्ति का एहसास करवाया, तो वहीं दूसरी ओर देश में सुशासन की परिकल्पना को चरितार्थ किया। उनके विराट योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।”
भारत रत्न से सम्मानित हैं अटल बिहारी वाजपेयी
दिसंबर 2014 में अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था। मार्च 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रोटोकॉल तोड़कर अटल जी को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया था। अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। सबसे पहले 1996 में 13 दिनों के लिए वह प्रधानमंत्री बने थे। बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने। सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने बाद 1999 में फिर आम चुनाव हुए। 13 अक्टूबर 1999 को वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। इस बार उन्होंने 2004 तक अपना कार्यकाल पूरा किया। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता बने जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया। उनका 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया था।