नई दिल्ली। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को होने वाली मतों की गिनती यह साबित करेगी कि लोकसभा चुनाव में करिश्मा कर दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू अभी भी चल रहा है या नहीं। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा और हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए वोटों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू होगी। इन दोनों राज्यों में 15 अक्तूबर को मतदान हुआ था।
हरियाणा में अब तब का सर्वाधिक 76.54 फीसद मतदान हुआ जबकि महाराष्ट्र में 63.13 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। चुनाव बाद हुए अधिकांश सर्वेक्षणों में भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की भविष्यवाणी की गई है जिसमें पार्टी के बहुमत के पास पहुंचने या उससे कुछ पीछे रह जाने की बात कही जा रही है।
महाराष्ट्र 288 विधानसभा सीटों के लिए 269 स्थानों पर मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी। रुझान दोपहर तक उपलब्ध होंगे और अंतिम परिणाम दोपहर बाद तीन बजे तक सामने आ जाएंगे। यहां 15 अक्तूबर को ही बीड़ लोकसभा सीट पर मतदान हुआ था और उसके भी वोटों की गिनती आज ही होगी। प्रदेश में कांग्रेस ने 287, भाजपा ने 280, बसपा ने 260, भाकपा ने 34, माकपा ने 19, राकांपा ने 278, शिवसेना ने 282 और मनसे ने 219 उम्मीदवार उतारे हैं।
महाराष्ट्र की कुल 288 सीटों में से 234 सामान्य, 29 अनुसूचित जाति और 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। इनमें 4119 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
रविवार को हरियाणा में मतगणना के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार की किस्मत का फैसला भी हो जाएगा जो राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में हैं। राज्य में 15 अक्तूबर को हुए मतदान में 76.54 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके इतिहास रचा। इससे पहले 1967 में 72.65 फीसद मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में बहुकोणीय मुकाबले में कांग्रेस, भाजपा और इनेलो मुकाबले में हैं।
हरियाणा में 116 महिलाओं समेत 1351 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जो 1966 में राज्य के गठन के बाद से सबसे ज्यादा है। विगत में यहां आमतौर पर कांग्रेस और इनेलो के बीच मुकाबला होता रहा है लेकिन इस बार भाजपा भी एक बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी है।
हरियाणा में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है और उसने विकास के मुद्दे को उठाया था। जबकि इनेलो अपने अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के करिश्मे और जाट वोटों की बदौलत एक दशक बाद सत्ता में वापसी का सपना संजोए हुए है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीकांत वलगाड ने कहा कि राज्य में 57 स्थानों पर 90 मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती की जाएगी। दोपहर बाद या शाम तक नतीजे आने की उम्मीद है।
सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के कुछ समय बाद से ही रुझान प्राप्त होने लगेंगे। राज्य में चुनाव में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा, उनमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा रणदीप सिंह सुरजेवाला, इनेलो से पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पुत्र अभय चौटाला, पुत्रवधू नैना व पौत्र दुष्यंत चौटाला, एचजेसीपी (वी) से पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा व उनकी पत्नी शक्ति रानी, एचजेसी(बीएल) से पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, उनकी पत्नी रेणुका और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन शामिल हैं।
हरियाणा में जिन अन्य उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा उनमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राम बिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु (भाजपा), अरविंद शर्मा (बसपा) और गोपाल कांडा (एचएलपी) शामिल हैं। बंसी लाल के पुत्र एवं बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष रनबीर सिंह महेंद्रा, उनके भाई व दिवंगत सुरेंद्र सिंह की पत्नी पूर्व मंत्री किरण चौधरी और लाल के दामाद सोमबीर सिंह क्रम से भिवानी जिले के बाढ़ड़ा, तोशाम और लोहारू से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
वलगाड ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि इनेलो 88 सीट, बसपा 87 सीट, एचजेसी 65 सीट, माकपा 17 सीट, भाकपा 14 सीट और 297 पंजीकृत राजनीतिक दलों के 603 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले 2009 के चुनाव में कांग्रेस को 40, इनेलो को 31, भाजपा को चार हजकां (बीएल) को छह सीट और अकाली दल व बसपा को एक-एक सीट पर जीत मिली थी। निर्दलीयों के खाते में सात सीटें आई थीं।