असम के जोरहाट शहर के अंदर अनुमत मार्ग के बजाय दूसरे रास्ते से जाने के आरोप में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ और इसके मुख्य आयोजक केबी बायजू (KB Byju) के खिलाफ गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के लिए केबी रोड की ओर अनुमति दी गई थी, लेकिन वह शहर के दूसरे मार्ग से चली गई। इससे क्षेत्र में “अराजक स्थिति” पैदा हो गई। उन्होंने कहा, “अचानक भीड़ के कारण कुछ लोग गिर गए और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए यात्रा और उसके मुख्य आयोजक के खिलाफ जोरहाट सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
विपक्ष के नेता ने इसे गैरजरूरी बाधा पैदा करने की चाल बताई
अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि एफआईआर में यात्रा के दौरान जिला प्रशासन के नियमों का पालन नहीं करने और सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने की बात कही गई है। इस बारे में संपर्क करने पर विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने कहा कि प्राथमिकी यात्रा के समक्ष अनावश्यक बाधा पैदा करने की एक चाल है।
कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने असम के सीएम को भ्रष्ट बताया
असम के माजुली में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, “यह यात्रा हिमंता बिस्वा सरमा को असम के सबसे भ्रष्ट सीएम के रूप में बेनकाब कर देगी। वह इस बारे में पूरी तरह से डरे हुए हैं। यात्रा को मिला स्वागत भी उन्हें डरा रहा है। असम के सीएम असम के लोगों का अपमान कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “ पीडब्ल्यूडी प्वाइंट पर यातायात मार्ग परिवर्तन के लिए पुलिस तैनात नहीं थी। निर्धारित मार्ग बहुत छोटा था और हमारे साथ बहुत भीड़ थी। इसलिए, हमने बस को कुछ मीटर के लिए दूसरे रास्ते पर ले लिया। असम में यात्रा को पहले दिन मिली सफलता से हिमंत विश्व शर्मा डर गए हैं और अब इसे पटरी से उतारना चाहते हैं।” यात्रा का असम चरण 25 जनवरी तक जारी रहेगा। यह यात्रा 17 जिलों में 833 किमी का सफर तय करेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। इससे पहले राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा कर चुके हैं।