देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर चल रही बहस के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आलोचकों पर कड़ा प्रहार किया है। एशिया कप फाइनल जीतने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए धोनी ने कहा कि बात जब क्रिकेट की हो लोग “Freedom of Expression” का खुलकर इस्तेमाल करते हैं। एशिया कप के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ धोनी ने 6 बॉल पर 20 रन ठोककर भारत को जीत दिलाई। उनकी इस पारी के इस समय काफी चर्चे हो रहे हैं, लेकिन 8 महीने पहले बांग्लादेश में सीरीज हारने के बाद आलोचकों ने उन्हें बोरिया-बिस्तर समेटने के लिए कह डाला था।
धोनी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हर किसी की अपनी राय है। खासतौर से क्रिकेट के बारे में। यहां अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता है और हर किसी को अपनी राय रखने का हक है। ऐसे खेलों, वैसे खेलो, ऐसा करोए वैसा करो… दरअसल ग्राउंड की तुलना में टीवी पर कोई भी समस्या बहुत आसान लगती है।’ धोनी ने आगे कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि आलोचना तो होगी। अगर कोई पूछे आप क्या करना चाहोगे? तो मैं यही कहूंगा कि भारत के लिए खेलना मेरी पसंद है और मैं किसी और देश के लिए कभी नहीं खेलूंगा।’ उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को बीच का रास्ता अपनाना चाहिए ताकि संतुलन बना सके।
धोनी ने कहा, ‘हर व्यक्ति के लिए बीच का रास्ता अपनाना सही है। आलोचना से विचलित होने की की जरूरत नहीं है और ना ही तारीफ होने पर खुद को गंभीरता से लेने की जरूरत है। मीडिया भी संतुलन बना देता है। वह आपको उपर उठाता है तो नीचे भी गिराता है।’ धोनी ने आगे कहा, ‘जब आप बांग्लादेश से हारते हैं तो लोग कहते हैं कि बांग्लादेश से भी हार गए और जब जीतते हैं तो कहते हैं ये कोई बड़ी बात नहीं, जीतना ही था। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हालात अब बदल गए हैं। यह 2004 की बांग्लादेश टीम नहीं है। उनके पास बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उनके प्रदर्शन में काफी सुधार आया है।’ उन्होंने स्वीकार किया कि कोई भी हार दुखद होती है, लेकिन वर्तमान में जीना अहम है।
उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में जीने से मदद मिलती है। यदि आप अतीत के बारे में सोचने लगे तो हमेशा दुखी रहेंगे, इसीलिए उसे भूलना जरूरी है। आप उससे सबक ही ले सकते हैं। हमने अपनी क्षमता के अनुरूप खेला है और जीत से खुश हैं।’ उनकी पारी के बारे में जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि वह लगातार मैच नहीं जिता सकते, धोनी ने कहा, ‘मुझसे ज्यादा मीडिया को लगता है। (मजाकिया लहजे में ) मैं अभी भी बड़े शॉट खेल सकता हूं।’
