असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम इस बार उत्तर प्रदेश में भी किस्मत आजमाने का विचार कर रही है। पिछले दिनों वह ओपी राजभर के साथ दिखाई दिए थे। यूपी में राम मंदिर का रास्ता साफ होने के बाद जहां एक तरफ भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बता रही है तो दूसरी तरफ ओवैसी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट को धोखा दिया गया।

शुक्रवार को यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और असदुद्दीन ओवैसी एक ही मंच पर मौजूद थे। इस दौरान ऐंकर ने ओवैसी से राम मंदिर पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, जब तक हम जिंदा रहेंगे, नस्लों को बताते रहेंगे कि आजाद भारत में सुप्रीम कोर्ट को धोखा देकर भाजपा ने मस्जिद को शहीद किया था। वो मेरी मस्जिद थी, है और रहेगी।

बात तब शुरू हुई जब ओवैसी ने कहा कि इनके पास एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने हैदराबाद की बात की तो ओवैसी कहने लगे, आपको हैदराबाद आना चाहिए। भारत का अटूट हिस्सा है। अच्छी जगह है। इसके बाद ऐंकर ने पूछ लिया कि आप अयोध्या गए कि नहीं गए? फिर आगे पूछा गया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर बन रहा है। ओवैसी जाएंगे दर्शन करने?

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर भाजपा मस्जिद शहीद नहीं करती तो आज का फैसला भी नहीं आता। उनकी बात का जवाब देते हुए सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, सुप्रीम कोर्ट को कोई धोखा नहीं दे सकता। उन्होंने कहा, वह रामलला का जन्मस्थान था। पहले भी था और आगे भी रहेगा। कोई कब्जा नहीं कर सकता। वहां मंदिर ही बनेगा।

इसी कार्यक्रम में ओवैसी ने यह भी कहा कि साक्षी महाराज को ओबीसी कोटा में मंत्री बनने का शौक था लेकिन उनके अरमानों पर पानी फिर गया। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल जाति की राजनीति करती है और हम अगर मजलूमों की बात करते हैं तो हमारे बारे में उल्टा-सीधा कहा जाता है। ओवैसी ने कहा, मुझे बी टीम कहा जाता है क्योंकि यहां मुसलमानों की लीडरशिप नहीं बनी है। उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश भाजपा के साथ मिले हुए हैं।