लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की अपनी बात पर अड़े हुए हैं। ऐसे में नए अध्यक्ष के रूप में किसी के नाम पर फैसला नहीं होने से कांग्रेस पार्टी मंझधार में फंसी हुई है। हालांकि, कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए विकल्प के रूप में कुछ नेताओं के नाम पर चर्चा हुई है लेकिन अंतिम रूप से अभी कुछ भी तय होता नजर नहीं आ रहा है।
कांग्रेस पार्टी के पुराने सिपहसालारों ने मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत और सुशील कुमार शिंदे के रूप में तीन नाम आगे बढ़ाए हैं। इन नामों का आगे बढ़ाए जाने के पीछे इनके अनुभव के साथ ही गांधी परिवार के प्रति इनकी वफादारी भी एक प्रमुख कारण है। इन तीनों नामों में मल्लिकार्जुन खड़गे का पिछले पांच साल में लोकसभा में नेता विपक्ष के रूप में काम ठीक रहा है। भले ही वह दक्षिण भारत से आते हों लेकिन ऐसी स्थिति में अन्य दो नामों की तुलना में उन्हें थोड़ी बढ़त दिखाई दे रही है।
प्रियंका के समर्थकों ने उछाला नामः एक अन्य प्रस्ताव के तहत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का भी नाम सामने आ रहा है। मनमोहन सिंह के नाम के प्रस्ताव के पीछे प्रियंका गांधी के समर्थकों का नाम सामने आ रहा है। ये लोग चाहते हैं कि अंत में प्रियंका ही पार्टी की कमान अपने हाथ में ले लें। एक विकल्प यह भी है कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी अस्थायी रूप से कांग्रेस अध्यक्ष बन जाएं।
लोकसभा ने नहीं हुआ उपनेता का चुनावः इस बीच यह चर्चा भी गरम है कि गांधी परिवार का करीबी व्यक्ति पार्टी छोड़ सकता है। अधीर रंजन चौधरी की लोकसभा में पार्टी नेता के रूप में नियुक्ति की प्रतिक्रिया अच्छी नहीं मिल रही है। यही कारण है कि लोकसभा में अभी तक पार्टी का उप नेता नहीं चुना गया है। वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और शशि थरूर पहले ही अधीर रंजन चौधरी के मातहत काम करने के प्रति अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं।
मनमोहन की फिर होगी राज्यसभा में वापसीः कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की फिर से राज्यसभा में वापसी कर सकती है। मनमोहन सिंह का कार्यकाल 14 जून को खत्म हो चुका है। कांग्रेस की योजना है कि पूर्व प्रधानमंत्री को तमिलनाडु से ऊपरी सदन में भेजा जाए। तमिलनाडु से राज्यसभा की तीन सीटें रिक्त हैं।
कांग्रेस की सहयोगी डीएमके अपने अतिरिक्त वोट कांग्रेस को देने पर सहमत हो गई है। लेकिन पिछले सप्ताह भाजपा के राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी के निधन के बाद कांग्रेस को डीएमके के मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी। मनमोहन सिंह अब राजस्थान से भी निर्वाचित हो सकते हैं।