मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज वह ईडी रिमांड पूरा होने के बाद कोर्ट के सामने पेश हुए थे। ईडी ने कोर्ट को बताया कि सीएम केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और सवालों के जवाब घुमा फिरा कर दे रहे हैं।
कोर्ट के फैसले के बाद सीएम के वकीलों ने कोर्ट के सामने कस्टडी के दौरान कुछ किताबें उपलब्ध कराए जाने की मंजूरी मांगी है। इन किताबों में–भगवद गीता, रामायण और पत्रकार नीरजा चौधरी की किताब ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसीजन’ मौजूद हैं।
स्पेशल डाइट की मांग
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आवेदन दायर कर न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान स्पेशल डाइट, दवा, किताबें मांगी हैं। इसके अलावा सीएम ने धार्मिक लॉकेट पहनने की अनुमति भी मांगी है।
ED ने कोर्ट के सामने क्या कहा?
ईडी ने कोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और सवालों के गोल-मटोल जवाब दे रहे हैं। केजरीवाल ने ईडी के सामने पूछताछ में बताया कि मामले का मुख्य आरोपी विजय नायर उन्हें नहीं बल्कि दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का रुख भी किया है। यह तर्क देते हुए कि जांच एजेंसी ने उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया है। कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी कर 2 अप्रैल तक जवाब मांगा था। सुनवाई 3 अप्रैल को फिर शुरू होगी।
आम आदमी पार्टी ने गिरफ़्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनकी गिरफ्तारी ने से विपक्षी खेमा लगातार विरोध जता रहा है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल लगातार सक्रिय हैं और वह उनके भेजे संदेशों को पढ़ रही हैं।
