2022 में होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी अभी से ही इसकी तैयारियों में जुट गई है। सोमवार को गोवा की राजधानी में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हिंदुओं को अयोध्या और मुस्लिमों को अजमेर की यात्रा मुफ्त कराई जाएगी। उनके इस ऐलान पर सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें उनके पुराने वायदे याद दिलाने लगे।

सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर गोवा पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हम आगामी विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाते हैं तो हम हिंदुओं के लिए अयोध्या और इसाईयों के लिए वेलंकिनी की तीर्थयात्रा मुफ्त में कराएंगे। मुसलमानों के लिए हम अजमेर शरीफ और साईं बाबा के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोगों को शिरडी मंदिर की यात्रा कराएंगे।

अरविंद केजरीवाल के इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें उनके पुराने चुनावी वायदे याद दिलाने लगे। ट्विटर हैंडल @2C_Indian ने लिखा कि फ्री बिजली और पानी का क्या हुआ। वहीं अनिकेत मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि मैं 2011 में पांचवी क्लास में पढ़ता था। उस समय नहीं पता था कि लोकपाल क्या होता है। इनको देखकर लगता था कि ये लोग राजनीति बदलेंगे, खैर ये पुरानी बात है।

इसके अलावा ट्विटर यूजर@Hp10Shallan ने लिखा कि ये सिर्फ मुफ्त चीजों के बारे में ही जानते हैं, इसलिए इनसे विकास के बारे में कुछ मत पूछो। एकबार हमने सोचा था कि कुछ पढ़े लिखे नेता राजनीति में बदलाव लाएंगे लेकिन इन्होंने सारी उम्मीदें बर्बाद कर दी। वहीं हंसराज मित्रा नाम के यूजर ने लिखा कि आपने कितने नेताओं को जेल भेज दिया, सबूतों की गठरियां लेकर घूमते थे, कहां गई वो? उन्हीं नेताओं के बाहों में बाहें डालकर घूम रहे हो और जनता को बेवकूफ बना रहे हो।

सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने अपने गोवा दौरे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों पर जमकर हमला बोला। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों भ्रष्ट हैं। यही कारण है कि कांग्रेस भाजपा के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करती क्योंकि वे जानते हैं कि अगर वे भाजपा के खिलाफ बोलेंगे तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। आखिर क्यों भाजपा के पिछले 10 वर्षों के शासनकाल में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री या मंत्री के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया?  साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिलकर काम कर रहे हैं। मिल बांटकर मलाई खाते हैं। उन दोनों के बीच एक समझौता हुआ है जिसकी वजह से जब वे सरकार में आते हैं तो एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं।