Congress AAP Alliance: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन (India Alliance) बनाया, जिसमें कई धुर-विरोधी दल भी, केवल इसलिए सहयोगी बन गए, क्योंकि उनका मकसद बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को 2024 में परास्त करना है। ऐसे में जिस दिल्ली की सियासत में आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस (Congress) को शून्य पर लाकर खड़ा कर दिया है, उसी दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन के साथ ही सीट शेयरिंग तक को लेकर बात बन गई है। यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है जब दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal in Tihar) कथित शराब घोटाले के आरोप में न्यायिक हिरासत पर हैं।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सीट शेयरिंग की है। इसके तहत आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। साथ मिलकर दोनों ही दल बीजेपी के प्रत्याशियों को चुनाव में हराने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि यह देखना अहम होगा कि आखिर गठबंधन का यह फॉर्मूला कितना सही साबित होता है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या केजरीवाल के जेल जाने के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की दोस्ती मजबूत हो गई है और यह कहां तक जाएगी।

दरअसल, आज खबर आई है कि कांग्रेस पार्टी, एमसीडी में मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए होने वाले चुनावों में आप का समर्थन करेगी। दोनों ही दलों ने बीजेपी से मुकाबला करने का फैसला किया है। कांग्रेस ने कहा है कि वह 26 अप्रैल को होने वाले मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन करेंगी।

AAP ने किन्हें बनाया है प्रत्याशी?

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने मेयर के लिए महेश खीची को प्रत्याशी बनाया है, जबकि रविंद्र भारद्वाज को डिप्टी मेयर के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया गया है। पूर्व विधायक और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग प्रमुख अनिल भारद्वाज ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया है, कि पार्टी आप उम्मीदवार का समर्थन करेगी। यह फैसला लिया गया है, ताकि दिल्ली के लोगों को परेशानी न हो और उनके कामकाज सुचारू रूप से चल सके।

आप को कांग्रेस ने दी उम्मीद

भले ही लोकसभा चुनावों को लेकर दिल्ली में गठबंधन हुआ है लेकिन पंजाब में सीट शेयरिंग पर बात न बन पाने के चलते दोनों ही दल अलग-अलग हैं। पंजाब को छोड़ दें तो आप को दिल्ली में लोकसभा चुनाव को लेकर तो कांग्रेस द्वारा ताकत मिली है लेकिन मेयर चुनाव में कांग्रेस द्वारा समर्थन मिलना आप के लिए भविष्य के लिहाज से ताकत की तरह है। आम आदमी पार्टी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस का समर्थन मिला था।

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस दे रही आप का साथ

21 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद ही पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित उनके समर्थन में उतर आए थे। इसके बाद से ही कांग्रेस खुलकर आप का समर्थन कर रही है। 31 मार्च को जब दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की एक महारैली हुई थी, उस रैली में देश भर के अनेक विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे।

इस रैली का नाम ही रखा गया था, ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’। इस रैली में दिल्ली के सीएम की गिरफ्तारी का सभी ने विरोध किया था। दिल्ली के सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के बगल में बैठीं थीं। आप सांसद संजय सिंह से लेकर मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से मिलकर गठबंधन की मजबूती के संकेत देते रहे हैं।

केजरीवाल के ऐलान पर भी नहीं किया कांग्रेस ने विरोध

जब कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी भी नहीं किया था, उस वक्त 31 मार्च को अरविंद केजरीवाल ने पत्नी सुनीता के जरिए देश की जनता के लिए 6 गारंटियों का ऐलान किया था। खास बात यह है कि बिना इंडिया गठबंधन की परमिशन के केजरीवाल ने इतना बड़ा ऐलान कर डाला लेकिन कांग्रेस ने कोई विरोध नहीं किया। यह बताता है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन में मजबूती बन रही है।

ऐसे में एमसीडी मेयर चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा आप को समर्थन का ऐलान यह भी सवाल उठता है, कि क्या यह लोकसभा से लेकर एमसीडी की ओर समर्थन दिल्ली विधानसभा चुनाव तक भी जा सकता है?