केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार (4 अक्टूबर) को पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने की घोषणा की। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें 2.5 रुपये कम होगी। इसके साथ राज्य सरकारों ने भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत दी है।वित्त मंत्री ने कहा, ” हमने वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया है कि ऐसा कदम उठाया जाए जिससे राजकोषीय घाटा भी न हो और आम लोगों को राहत भी मिले। एक्ससाइज ड्यूटी 1.50 रुपये कम होगी। साथ ही तेल कंपनियां कीमत में एक रुपये की कटौती करेगी। इस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल ढाई रुपये की कमी होगी। हम राज्य सरकार को भी पत्र लिख रहे हैं कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने कीमतों में ढाई रुपये की कटौती की है, उसी तरह वे भी करें। वे स्थानीय टैक्स में कमी कर आम लोगों को राहत दे सकते हैं। यह निर्णय राज्य सरकार को खुद करना है। मैं इसमें किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करूंगा।” वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि एक्साइज ड्यूटी कम करने से देश के सरकारी खजाने पर 10 हजार 500 करोड़ रुपये का प्रभाव पड़ेगा।” वित्त मंत्री द्वारा किए गए अपील के बाद गुजरात, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र में राज्य सरकार ने भी कीमतों में ढाई रुपये की कमी कर दी है। इन सभी राज्य के लोगों को पांच रुपये की राहत मिली है। वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पहले हम वित्त मंत्री के पत्र का अध्ययन करेंगे। उसके बाद किसी तरह का निर्णय लेंगे।

उन्होंने आगे कहा, ” अमेरिका में इंट्रेस्ट रेट बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय करंसी बाजार में कीमतें उपर-नीचे हो रही हैं। इसके बावजूद कई सारे मैक्रोनॉमिक डाटा यह बताया रहे हैं कि देश में जीडीपी की दर 8.2 प्रतिशत है। वहीं, मुद्रास्फीति की दर अभी 4 प्रतिशत से नीचे है। महंगाई नियंत्रित है।” हालांकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गुरुवार को कच्चे तेल की तेजी थम गई, मगर कीमतें अब भी तकरीबन चार साल के ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं। तेल विपणन कंपनियों ने लगातार छह दिन के बाद बुधवार को डीजल और पेट्रोल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। इंडियन ऑयल की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में गुरुवार को पेट्रोल क्रमश: 84 रुपये, 85.80 रुपये, 91.34 रुपये और 87.33 रुपये प्रति लीटर था। चारों महानगरों में गुरुवार को डीजल क्रमश: 75.45 रुपये, 77.30 रुपये, 80.10 रुपये और 79.79 रुपये प्रति लीटर था।

गुजरात सरकार ने ईंधन की बढ़ती कीमतों से लोगों को राहत देने के लिए गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ढाई रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती के फैसले के बाद यह घोषणा की। इस कदम से गुजरात में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर की कटौती होगी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, “वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ईंधन की कीमतों में 2.50 रुपये की कटौती की घोषणा की है। गुजरात सरकार ने भी ईंधन की कीमतों में 2.50 रुपये की कमी करने का फैसला किया है। इसके फलस्वरूप राज्य में पेट्रोल-डीजल पांच रुपये सस्ता होगा।” अहमदाबाद में आज पेट्रोल 83.21 रुपये और डीजल 81.02 रुपये प्रति लीटर है।

महाराष्ट्र सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल के दाम में ढाई रुपये प्रति लीटर की कटौती करने की गुरुवार को घोषणा की। इससे राज्य के लोगों को पेट्रोल और डीजल पर पांच रुपये प्रति लीटर की राहत मिलेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क ढाई रुपये प्रति लीटर कम करने की घोषणा के तुरंत बाद यह राहत दी। फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल पर ढाई रुपये प्रति लीटर की अतिरिक्त राहत देने का निर्णय किया है इससे राज्य में प्रति लीटर पांच रुपये की राहत मिलेगी।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को धन्यवाद देते हुए कहा कि ईंधनों के दाम कम होने से नागरिकों को राहत मिलेगी।

पेट्रोल और डीजल के दाम करने करने की घोषणा से पहले इसकी बढ़ती कीमतों से चिंतित सरकार ने अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर को रोकने के विकल्पों पर विचार करने के उद्देशय से बुधवार शाम को अरुण जेटली ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात की थी। गौर हो कि ईंधन के बढ़ते दाम से किसानों की पहले से बदहाल स्थिति और खराब होने की आशंका है। विशेषकर रबी फसलों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ने का अनुमान है। (एजेंसी इनपुट के साथ)