जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत के हालिया कदम पर पाकिस्तान अपनी बौखलाहट संभाल नहीं पा रहा है। दोनों मुल्कों के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस अपनी सीमा में बीच सफर पर छोड़ने के बाद शुक्रवार (नौ अगस्त, 2019) को उसने थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन सस्पेंड कर दी।

यह रेलगाड़ी राजस्थान के जोधपुर से कराची (पाक) के बीच का सफर तय करती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में पाकिस्तानी रेल मंत्री शेख रशीद के हवाले से कहा गया, “हमने थार एक्सप्रेस को भी बंद करने का फैसला लिया है। यह बात उन्होंने पाकिस्तान के खोखरापर और भारत के मोनाबाओ शहरों के बीच चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन के बारे में कही।

बकौल रशीद, “जब तक मैं रेल मंत्री हूं, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी।” हालांकि, भारत का कहना है कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर एकतरफा फैसला ले रहा है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने थार लिंक निलंबित किए जाने के बाद कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मसला उठाना बंद कर दे। उन्होंने आगे यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को हर मोर्चे पर जवाब दिया जाएगा।

[bc_video video_id=”6069759449001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]

कुमार ने कहा, “हमने पाक से अपील की है कि वह ट्रेनें सस्पेंड करने के फैसले पर पुनःविचार करे। समय आ चुका है कि पाक को हकीकत स्वीकारनी चाहिए और हमारे आंतरिक मामलों में दखल नहीं देनी चाहिए।” पाक द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ किया कि पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद नहीं किया गया है। एयरस्पेस संचालन में है, वहां सिर्फ री-रूटिंग की जा रही है।

कुमार ने संवाददताओं से यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर पर भारत की पहल से पाकिस्तान बेचैन है। उसे लगता है कि अगर कश्मीर में विकास होगा तो वह लोगों को गुमराह नहीं कर सकेगा और इसलिए वह दुनिया के सामने द्विपक्षीय रिश्तों की चिंताजनक तस्वीर पेश की कोशिश में जुटा है।

वह आगे बोले, “हमारा मानना है कि भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के बेहतर हितों को ध्यान में रखते हुए कदम उठाए हैं।” मंत्रालय ने इसके अलावा अनुच्छेद 370 से जुड़ा, हाल का सम्पूर्ण घटनाक्रम पूरी तरह से भारत का आतंरिक मामला बताया। पाक द्वारा समझौता एक्सप्रेस बंद करने मंत्रालय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोस कहा।