रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व प्रमुख के बीच हुई वॉट्सऐप चैट लीक होने के बाद कई धड़े इस बारे में सवाल कर रहे हैं कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बारे में अर्नब को काफी पहले से पता था। हालांकि, अर्नब के बचाव में खड़े लोग कह रहे हैं कि 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा किए गए पुलवामा हमले के बाद पूरे देश को पता था कि पाकिस्तान के खिलाफ मोदी सरकार कुछ बड़ा करेगी। अब खुद अर्नब ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों पर बहस शुरू कर दी है। अपने शो में उन्होंने इसे लेकर कांग्रेस नेता को ही घेर लिया।
अर्नब ने कांग्रेस प्रवक्ता राहुल लाल से पूछा, “मुझे बताइए इसमें गलती क्या हुई, अगर मैंने कहा कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है। आपके नेता राहुल गांधी ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्नब को इस बारे में बताया। मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपके अपने आर्टिकल्स हैं, जहां आपने खुद लिखा है कि भारत बहुत बड़ा हमला करना चाहता है, हमला करना भी चाहिए, हमला होना चाहिए। यह आपने लिखा है। क्या आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन किया था। क्या उस समय के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आपको फोन किया था।”
इस पर राहुल ने माना कि उन्होंने कुछ आर्टिकल्स में इसका जिक्र किया था। हालांकि, राहुल ने कहा कि उन्होंने इस बात का सिर्फ अंदाजा लगाया था। इस पर अर्नब ने पूछा, “आपको कैसे पता था? आपने क्यों लिखा? फिर क्यों लिखा आपको जरूर पता होगा, आपको नरेंद्र मोदी ने फोन किया होगा। देखिए आप पकड़े गए। कोई उद्धव ठाकरे को फोन करे इन्हें जेल भेजें। कोई राहुल गांधी को फोन करें, इन्हें जेल भेजें।
राहुल गांधी ने बताया था एंटी-नेशनल काम: गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अर्नब पर हमला करते हुए कहा था, “पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हो गए और किसी ने कहा ये‘ हमारे लिए बहुत अच्छी बात होने वाली है’ ये भाषा मुझे पसंद नहीं आई। यह एक एंटी नेशनल काम है, यह एक क्रिमिनल एक्शन है..एक पत्रकार को ऑफिशियल सीक्रेट इंफॉर्मेशन देना।”
हालांकि, इस पर भी अर्नब ने अपने शो में ही जवाब दिया। उन्होंने उल्टे राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी कौन होते हैं? राहुल बाबा, प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहते हो कि अर्नब गोस्वामी की राष्ट्रभक्ति पर मैं सवाल उठता हूं। अरे तुम होते कौन हो, तुम सबूत गैंग वाले? ये लोग देश में अफ़वाह फैलाकर कब तक चमकाते रहेंगे अपनी सियासत? पीठ पीछे चुपके- चुपके चीन के साथ हाथ मिलाने वालों को क्या ये देश माफ़ कर सकता है?”