Farmers Protest in Delhi: हरियाणा और पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया। 200 से ज्यादा किसान संगठन ‘दिल्ली चलो’ मार्च के लिए राष्ट्रीय राजधानी की तरफ बढ़ रहे हैं। हालांकि, शंभू बार्डर पर किसानों को सीमा में दाखिल होने से रोकने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए हैं। वहीं, सरकार ने कहा कि किसी भी समस्या का हल केवल बातचीत के जरिये ही निकाला जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हम बातचीत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन कुछ उपद्रवी तत्व किसानों के मार्च को हाईजैक करने की कोशिश में लगे हुए हैं। अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसानों के साथ दो दौर की बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका। किसी भी समस्या के हल तक पहुंचने के लिए आगे की चर्चा जरुरी है। उन्होंने आगे कहा कि हम कोई रास्ता निकालने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।
कुछ उपद्रवी मार्च का फायदा उठाने की कोशिश में
अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसानों को यह ध्यान रखना चाहिए कि अन्य लोग उनके प्रदर्शन का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सरकार पर भरोसा रखने का आग्रह जताया। मुंडा ने कहा कि इनमें कई ताकतें हैं जो किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरुरत है। सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
अर्जुन मुंडा उस डेलिगेशन का हिस्सा थे, जिसने कल चंडीगढ़ में किसान नेताओं से बातचीत की थी। साथ ही, दिल्ली तक कूच करने के लिए मनाने की भी काफी कोशिश की थी। हालांकि, बैठक में कुछ मांगों पर सहमति बनी, लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून बनाने सहित तीन प्रमुख मांगों पर कोई सहमति नहीं बन सकी। अर्जुन मुंडा ने कल देर रात मीटिंग के बाद कहा कि हम कुछ मुद्दों पर सहमत हो गए हैं और कुछ पर सहमति बनने के लिए हमे राज्यों से बातचीत करनी पड़ेगी। हम बातचीत के जरिये समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।