महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार भौचक करने वाले एक्शन के लिए जाने जाते हैं। चाहे अलसुबह देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सूबे में सरकार बनाने का मसला हो या फिर अपने ही चाचा शरद पवार से बगावत करके डिप्टी सीएम बनने का मामला। हर जगह उन्होंने सरप्राइज दिया है। ताजा मामला में उन्होंने बीजेपी के चंद्रकांत पाटिल से एक अहम जिम्मा तकरीबन छीन लिया है।

अजित पवार को बुधवार को वरिष्ठ भाजपा नेता व कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के स्थान पर उनके गृह जिले पुणे का प्रभारी मंत्री बनाया गया। अजित पवार सहित उनकी अगुवाई वाले राकांपा गुट के नौ में से सात मंत्रियों को प्रभारी मंत्री के रूप में विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सीएम दफ्तर ने जारी की 12 जिलों के प्रभारी मंत्रियों की लिस्ट

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी 12 जिलों के प्रभारी मंत्रियों की लिस्ट बताती है कि चंद्रकांत पाटिल को सोलापुर और अमरावती जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। राकांपा मंत्री दिलीप वल्से पाटिल, हसन मुश्रीफ और धनंजय मुंडे क्रमशः बुलढाणा, कोल्हापुर और बीड जिलों के प्रभारी मंत्री होंगे। मंत्री संजय बनसोडे, धर्मराव बाबा अत्राम और अनिल पाटिल को क्रमशः परभणी, गोंदिया और नंदुरबार जिलों की जिम्मेदारी दी गई है।

लिस्ट के मुताबिक बीजेपी से वरिष्ठ मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, विजय कुमार गावित और राधाकृष्ण विखे पाटिल क्रमशः वर्धा, भंडारा और अकोला जिलों के प्रभारी मंत्री होंगे। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस वर्धा, अकोला, भंडारा और अमरावती जिलों के प्रभारी मंत्री के रूप में कार्यभार संभालते रहेंगे।

प्रभारी मंत्री की भूमिका जिले पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देना और स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के साथ विकास को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करना होता है। पुणे को महाराष्ट्र की राजनीति में अहम केंद्र माना जाता है। चंद्रकांत पाटिल से ये प्रभार अजित के पास जाना साबित करता है कि भविष्य में राजनीति किस तरह से गुल खिलाएगी, कुछ नहीं कहा जा सकता है।