पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए भाजपा की तरफ से मंगलवार को अनंत राय महराज उम्मीदवार घोषित किये गये हैं। वह उत्तरी बंगाल के प्रमुख नेता हैं, जो राजबंशी समुदाय के हैं। यह समुदाय बंगाल में अनुसूचित जाति (एससी) माना जाता है। अनंत का राजबंशी समुदाय के एक वर्ग पर प्रभाव है और उनका दावा है कि उनके 18 लाख समर्थक हैं। उत्तर बंगाल में राजबंशी मतदाताओं की संख्या 30 प्रतिशत है। यह समुदाय क्षेत्र की आठ संसदीय सीटों में से सात पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनंत राय ने खुद को ‘महराज’ के रूप में घोषित किया है। ऐसे में भाजपा की ओर से उनको उम्मीदवार बनाए जाने से सीएम ममता बनर्जी की चिंता बढ़ सकती है। टीएमसी उनको अपनी ओर मिलाने और उनके समुदाय का समर्थन पाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही थी।
विधानसभा चुनावों में भाजपा को राजबंशी क्षेत्र से 30 सीटें मिली थीं
बंगाल के उत्तरी हिस्से में राजबंशी लोगों की बड़ी आबादी रहती है। कूच बिहार, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तरी और दक्षिणी दिनाजपुर, दार्जिलिंग, माल्दा और मुर्शिदाबाद के बीस विधानसभा क्षेत्रों में इनका काफी प्रभाव है। खुद अनंत राय इस समुदाय के प्रमुख नेता बनकर उभरे हैं। इसकी वजह से उन्हें उत्तरी बंगाल की आवाज माना जाता है। अनंत उत्तरी बंगाल में भाजपा को समर्थन देते रहे हैं। इस क्षेत्र में भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था। यहां पर विधानसभा की कुल 54 सीटों में से 30 पर पार्टी को जीत मिली है।
परंपरागत रूप से राजबंशी समुदाय का बड़ा हिस्सा वाम मोर्चा की सरकार का समर्थक था। 2011 में टीएमसी के सत्ता में आने के बाद उन्होंने अपना समर्थन ममता बनर्जी को देना शुरू कर दिया। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी निष्ठा भाजपा की तरफ हो गई। तबसे टीएमसी और भाजपा दोनों उनको अपनी ओर मिलाने की कोशिश में लगी है। अब जब भाजपा ने उनको राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया तो टीएमसी के लिए यह बेचैनी बढ़ाने वाला कदम हो सकता है।
उनके नाम की घोषणा करने से पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और कूच बिहार के सांसद निसिथ प्रमाणिक उनसे मिलने के लिए कूच बिहार शहर के बाहरी इलाके बोरोगिला में उनके घर गये। बैठक के बाद, अनंत ने भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार बनने पर सहमति व्यक्त की थी। सूत्रों ने कहा कि भाजपा के इस कदम का उद्देश्य 2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले राजबंशी समुदाय का समर्थन हासिल करना है।