Congress President Polls: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस वक्त अपने सबसे मुश्किल वक्त से गुजर रही है। एक तरफ जहां कांग्रेस के सामने पार्टी को अगला अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया चल रह है। दूसरी तरफ से कांग्रेस के सामने राजस्थान का सियासी संकट खड़ा है। जिसे हल करने के लिए पार्टी काम कर रही है। इन सबके बीच शुक्रवार (30 सितबंर) को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर अपनी उम्मीदवारी को औपचारिक रूप दे दिया है। वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी जो G-23 गुट का हिस्सा हैं उन्होंने इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे को शशि थरूर के खिलाफ समर्थन दिया हैं।

कांग्रेस के कुल 30 नेताओं ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा हैं। इस रेस से बाहर हो गए दिग्विजय सिंह मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचने के बाद तिवारी ने कहा, “मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। मैं और आनंद शर्मा यहां उनके नामांकन का समर्थन करने आए हैं।” मनीष तिवारी और थरूर दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के जी-23 समूह से संबंधित हैं।

खड़गे के समर्थन में आए हैं शशि थरूर हमारे मित्रः मनीष तिवारी

मनीष तिवारी ने इस दौरान कहा कि “हम उनके (खड़गे के) नामांकन के समर्थन में आए हैं। शशि थरूर हमारे दोस्त हैं और रहेंगे। जिन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस में बिताया हैं। तिवारी ने कहा ने आगे कि दिग्विजय सिंह ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। यह अच्छा होगा अगर कोई आम सहमति हो।” मनीष तिवारी के साथ खड़गे का समर्थन आनंद शर्मा ने भी किया हैं। खड़गे के प्रस्तावक में आनंद शर्मा का भी नाम शामिल है।

बचपन से नेहरू-गांधी विचार धारा से जुड़ा हूं- खड़गे

तिवारी ने कहा ने आगे कि दिग्विजय सिंह ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। यह अच्छा होगा अगर कोई आम सहमति हो।” कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, “शशि थरूर ने एक परंपरा को मजबूत करने की कोशिश की है। वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं बचपन से ही कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ा रहा हूं। उसी गांधी-नेहरू विचारधारा के लिए प्रचार करता था जब मैं 8वीं, 9वीं क्लास में था।

गहलोत होंगे खड़गे के प्रस्तावक

बता दें कि राजनीतिक उथल-पुथल के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में पहले सबसे आगे चल रहे थे। लेकिन राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत गुट के विधायकों ने जो हंगामा खड़ा किया उससे उनकी दावेदारी कमोजर हो गई और इस रेस से वह बाहर हो गए। गहलोत अब खड़गे के प्रस्तावक होंगे। गहलोत ने कहा, “हमारे वरिष्ठ नेताओं ने खड़गे के नामांकन पर फैसला किया है। मैं उनके लिए प्रस्तावक बनूंगा।”