फ्लैट मिलने में देरी से परेशान एक आम्रपाली होमबायर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 10 रुपए के स्टाम्प पेपर पर लेजर वैली में स्थित अपना फ्लैट उनके नाम कर दिया। इसके साथ ही शख्स ने सरकार से अपील की कि सरकार उसकी और दूसरे खरीदारों की दूर्दशा पर ध्यान दे। शख्स ने सरकार से अपील करते हुए कि वह तनाव कम करने के लिए एनबीसीसी को फंड जारी करे ताकि अधूरे फ्लैट निर्माण के काम को पूरा किया जा सके।
फ्लैट ना मिलने से हताश दिपांकर कुमार ने ट्विटर पर भी सरकार से गुहार लगाई। उन्होंने रविवार (8 दिसंबर, 2019) को अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को टैग करते हुए लिखा, ‘आम्रपाली होमबायर्स की मदद करिए, मोदी जी मदद करिए, अमित शाह जी हमारी मदद करिए।’ ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘मेरे जैसे आम्रपाली बायर फ्लैट मिलने का लंबा करने के बाद थक गए हैं। हमारी उम्मीदें खत्म हो गईं।’
दिपांकर का दस रुपए वाला स्टाम्प पेपर भी सामने आया है जिसमें उन्होंने लिखा, ‘महोदय मैं आपको और आपकी पार्टी को अपना घर सौंपना चाहता हूं, क्योंकि मेरे अंदर अब हिम्मत नहीं बची है कि किसी भी तरह की लड़ाई लड़ सकूं। मैं पेपर पर यह लिखकर देना चाहता हूं कि कि ये घर अब आपलोगों का है। इससे आप भी एक घर खरीदार बन जाएंगे और आपके नेतृत्व में हम आगे की लड़ाई लड़ेंगे, जिसमें की जीत तय हैं।’
Waiting for home from 10 years #SaveAmrapaliHomeBuyers Release stress fund for us to be a part of your dream #HomeForAll@narendramodi @PMOIndia @nsitharaman @myogiadityanath @MoHUA_India @AmitShah @HardeepSPuri @FinMinIndia #HelpAmrapaliBuyers #HelpModiJi #HelpAmitShahJi pic.twitter.com/fr5IpPZZDb
— dilip kumar singh (@LegendDilipSing) December 8, 2019
स्टाम्प पेपर में आगे लिखा गया, ‘पिछले दस साल से 45,000 फ्लैट बायर्स इसमें फंसे हुए हैं, जिन्हें अभी तक घर नहीं मिला। अब हिम्मत जवाब दे रही है और उम्मीदें टूट चुकी हैं। सभी सरकारों से मदद की अपील करके भी थक चुके हैं। कहीं कुछ नहीं हो रहा है।’
बता दें कि पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर दिपांकर कुमार अपनी खुद की फर्म चलाते हैं। साल 2014 में उन्होंने लेजर वैली में एक फ्लैट खरीदा था। मगर फ्लैट खरीदने के पांच साल भी वह अपने पत्नी के साथ किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं। इससे हताश दिपांकर ने स्टाम्प पेपर के साथ एक पत्र पोस्ट को जरिए भाजपा ऑफिस को भेज दिया।