Jammu and Kashmir Article 370: पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के साथ खास बातचीत की। इस बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने 5 अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में क्या कुछ घटनाक्रम घटित हुआ। उसका जिक्र किया। इस बातचीत को कपिल सिब्बल ने अपने यूट्यूब चैनल Dil se with Kapil Sibal पर शेयर किया है।

बातचीत की इस कड़ी में कपिल सिब्बल ने फारूक अब्दुल्ला की पढ़ाई-लिखाई से लेकर तमाम ऐसे सवाल किए, जो बहुत कम लोगों को ही पता है। हालांकि, अब्दुल्ला ने कपिल सिब्बल द्वारा पूछे गए सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।

इस दौरान कपिल सिब्बल ने 5 अगस्त, 2019 के घटनाक्रम को लेकर सवाल किया। साथ ही पूछा कि उस दिन जम्मू-कश्मीर में क्या हो रहा था और आप कहां थे? इस सवाल के जवाब में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई। इसको लेकर मुझे पहले से कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि तीन दिन पहले ही हम इनसे (अमित शाह) मिले थे। उस मुलाकात में मैं, उमर और जस्टिस मसूदी थे।

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि तब मैंने इनसे (अमित शाह) से गुजारिश की जनाब जो इतनी फौज जा रही है, क्या कोई युद्ध करने का आपका इरादा है। हम उसकी तैयारी करें। इस पर अमित शाह ने कोई जवाब नहीं दिया। वो बिल्कुल चुप रहे। इसके बाद हम लोग अपने घर चले गए।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 का हटाने का ऐलान कर दिया और मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया गया। ऐसे में मैं पार्लियामेंट नहीं आ सकता था। जब सरकार ने मुझे बंद कर दिया तो मैं हैरान हुआ कि आखिर मुझे हाउस अरेस्ट क्यों किया गया।इतनी देर में ऊपर से मेरी बेटी दौड़ती हुई आई कि हाउस (पार्लियामेंट) में सवाल हुए हैं कि आप पार्लियामेंट में क्यों नहीं हो? इसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वो आजाद आदमी है, उसकी मर्जी वो आएगा, नहीं आएगा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अमित शाह ने पार्लियामेंट में यह कहा कि मैं आजाद हूं, लेकिन उस वक्त मैं हाउस अरेस्ट था।’

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद मैंने घर का ताला तोड़ दिया, जो सिक्योरिटी वाले खड़े थे, वो देखते रहे। मैंने मीडिया को होटल में देखा, मैं वहां पहुंचा और कहा देखो भाई यह मेरा हाल है।

फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि इसके बाद का तमाशा देखिए कि रात के साढ़े ग्यारह बजे मजिस्ट्रेट पुलिस कर्मियों के साथ आते हैं। मजिस्ट्रेट मुझसे कहते हैं कि आपके ऊपर हम पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाने वाले हैं। आप इस पर साइन कीजिए। मैंने कहा क्यों? बोले यह मुझे पता नहीं है।

बता दें, 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रभाव को खत्म कर दिया था, साथ ही राज्य को 2 हिस्सों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था।