Subramanian Swamy: केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को लेकर अक्सर करारा प्रहार करने वाले बीजेपी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को (16 अक्टूबर, 2022) गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर तंज कसा है। अमित शाह ने मध्य प्रदेश में हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई को लेकर शिवराज चौहान की तारीफ की है। शाह ने कहा कि यह क्षण देश में शिक्षा क्षेत्र के पुनर्निर्माण का क्षण है। सबसे पहले मेडिकल की शिक्षा हिन्दी में शुरू करके शिवराज सिंह ने मोदी की इच्छा पूरी की है।
इसके जवाब में पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान पर ताना मारा है। उन्होंने लिखा, ‘गृह मंत्री अमित शाह यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि एमबीबीएस को हिंदी में पढ़ाया जा सके’। इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण निशान साध चुके हैं। वाक्या 2 सितंबर, 2022 का है। जब वित्त मंत्री तेलंगाना के दौरे पर पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने एक सरकारी राशन की दुकान पर पीएम मोदी की तस्वीर नहीं होने पर नाराजगी जताई थी।
बता दें, गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में देश में पहली बार एमबीबीएस किताबों का हिंदी संस्करण लॉन्च किया। लॉन्च इवेंट भोपाल में मेडिकल छात्रों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था। इस दौरान अमित शाह ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के लिए हिंदी में तीन पुस्तकों का विमोचन किया। इस पहल की सराहना करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेडिकल, इंजीनियरिंग में जो मातृभाषा के समर्थक हैं, उनके लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। अब हमें अपनी भाषा में शिक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का चुनाव जब हो रहा था, घोषणा पत्र के भीतर यह जिक्र था। पीएम मोदी की नई शिक्षा नीति को सबसे पहले मध्य प्रदेश की जमीं पर उतारा गया है। अमित शाह ने कहा कि सोचने की प्रक्रिया अपनी मातृभाषा में ही होती है, इसलिए नेल्सन मंडेला ने कहा था कि अगर आप किसी व्यक्ति से उस भाषा में बात करते हो तो वह उसके दिमाग में जाती है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई से लेकर अनुसंधान वही बच्चा अच्छा कर सकता है जो अपनी भाषा में सोचता हो क्योंकि उसकी मौलिक विचारक क्षमता उसी भाषा में अच्छी होती है।