Sujit Bisoyi
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक की उनकी लोकप्रियता के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक ने राज्य में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड सेट कर दिया है। बता दें कि ओडिशा में बीजेपी नवीन पटनायक सरकार के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी है।
महत्वपूर्ण मुद्दों पर बीजेडी ने किया है मोदी सरकार का समर्थन
लोकसभा में दिल्ली से जुड़े एनसीटी विधेयक पर बीजेडी द्वारा मोदी सरकार के पक्ष में मतदान करने के तुरंत बाद अमित शाह ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बीजेडी ने अगले सप्ताह संसद में आने वाले विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर भी मोदी सरकार को समर्थन देने का वादा किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भुवनेश्वर में एक आधिकारिक कार्यक्रम में नवीन पटनायक के साथ मंच साझा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने राज्य में माओवादी खतरे में गिरावट और बीजेडी सरकार के कुशल आपदा प्रबंधन के लिए सीएम पटनायक की प्रशंसा की।
अमित शाह ने नवीन पटनायक की तारीफ की
यह कार्यक्रम लगभग दो घंटे तक चला, जिसमें अमित शाह और नवीन पटनायक ने कई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया और माओवादी खतरे और आपदा प्रबंधन पर समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता की। हालांकि चर्चा थी कि दोनों नेताओं की आमने-सामने मुलाकात होगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि ऐसा हुआ या नहीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “ओडिशा सरकार और नवीन बाबू ने नक्सलियों से लड़ने में हमेशा केंद्र का समर्थन किया है। केंद्र की भाजपा सरकार देश से नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
अमित शाह ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में ‘अन्य राज्यों को रास्ता दिखाने’ के लिए ओडिशा सरकार की सराहना की। अमित शाह ने कहा, “मैं राज्य में सभी आपदा प्रबंधन पहलों को लागू करने में केंद्र की मदद करने के लिए नवीन बाबू को धन्यवाद देना चाहता हूं। राज्य सरकार ने भी अपनी पहल लागू की। यदि दो सरकारें मिलकर काम करती हैं, तो प्राकृतिक आपदाओं पर भी काबू पाया जा सकता है।” वहीं अपने संबोधन में नवीन पटनायक ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा “सहकारी संघवाद” में विश्वास करती है।
बीजेपी के बदले सुर
अगले विधानसभा चुनाव से ठीक नौ महीने पहले बीजेडी सरकार को लेकर भाजपा के सुर में आए बदलाव ने राज्य को आश्चर्य कर दिया है। 2019 में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए ओडिशा में भाजपा के अभियान का नेतृत्व करते हुए अमित शाह ने पटनायक सरकार को ‘जला हुआ ट्रांसफार्मर’ करार दिया था और लोगों से इसे उखाड़ फेंकने का आग्रह किया था। जबकि भाजपा और बीजेडी लगभग नौ वर्षों तक सहयोगी थे। 2009 में नवीन पटनायक ने गठबंधन तोड़ दिया था। हालांकि इसके बाद कांग्रेस की जगह बीजेपी ओडिशा में प्रमुख विपक्षी दल बन गई।
हालांकि बीजेडी ने हमेशा अपनी राज्य और केंद्र की राजनीति को अलग रखने का ध्यान रखा है। नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी महत्वपूर्ण कानून, प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दों और राष्ट्रपति चुनाव पर मोदी सरकार को समर्थन देती रही है।
इन परियोजनों का हुआ उद्घाटन
शनिवार को उद्घाटन की गई परियोजनाओं में तालचेर के कोयला बेल्ट और कलिंगनगर के स्टील हब के बीच कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 761 करोड़ रुपये की लागत से एनएच -53 के कामाख्यानगर-दुबुरी खंड को चार लेन का बनाना शामिल है। इसके अलावा कालाहांडी में मोटेर-बैनर रोड का चौड़ीकरण और नवीनीकरण भी होगा। अमित शाह ने इस अवसर का उपयोग मोदी सरकार के सत्ता में नौ वर्षों के दौरान बुनियादी ढांचे पर जोर देने के बारे में बात करने के लिए किया और इसे देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।
अमित शाह ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के चार साल पूरे होने का भी जिक्र किया और कहा कि इससे राज्य को मुख्यधारा में लाने और शांति बहाल करने के साथ-साथ क्षेत्र में विकास में तेजी लाने में मदद मिली है।
वैसे जब जब देखा गया है तो महत्वपूर्ण मुद्दों पर 2014 के बाद से बीजेडी ने बीजेपी का संसद में समर्थन ही किया है। अब दिल्ली विधेयक के मुद्दे पर और फिर अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर भी बीजेडी मोदी सरकार का समर्थन कर रही है। इससे इन चर्चाओं को बल मिल रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेडी एनडीए में भी शामिल हो सकती है।