Bihar Politics: बिहार में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके चलते एनडीए और इंडिया गठबंधन अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इन सबके बीच पिछले कुछ हफ्तों से यह खबरें भी चल रही हैं कि सीएम नीतीश कुमार BJP से नाराज हैं। हालांकि नीतीश या उनके गुट के किसी भी नेता ने इसको लेकर कुछ भी नहीं कहा है। दूसरी ओर आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव का नीतीख कुमार को पलटी वाला ऑफर बिहार में नए सियासी समीकरणों की ओर इशारा कर रहा है।

बिहार में इस सियासी हलचल के बीच केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के ‘चाणक्य’ अमित शाह 5 जनवरी से दो दिवसीय बिहार दौरे पर होंगे। यहां वे दो अहम कार्यक्रमों में शामिल हों। अमित शाह पूर्व बीजेपी सांसद सुशील मोदी की जयंती पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वे पटना स्थित गुरुद्वारा साहिब भी जाएंगे। इस दौरान अमित शाह बीजेपी के राज्य यूनिट के बड़े नेताओं से मुलाकात भी कर सकते हैं।

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दिल्ली से लौटने के बाद लगाए गए थे कयास

पिछले हफ्ते सीएम नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर थे। इस दौरान वे पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह के निधन के चलते उनके आवास पर जाकर परिजनों से मिले थे। पहले खबरें ये आईं थीं कि उनकी मुलाकात पीएम मोदी और अमित शाह से भी हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद यह भी कहा गया कि वे बीजेपी अध्यक्ष से भी मिल सकते हैं लेकिन यह मुलाकात भी नहीं हुई। नतीजा ये कि नीतीश बीजेपी के किसी भी नेता से मिले बगैर पटना लौटे थे।

ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जब दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर एनडीए की बैठक हुई थी, उसमें एनडीए के सभी बड़े नेता पहुंचे थे, बस एक जो नहीं गए, उनमें नीतीश कुमार का ही नाम था। इसके चलते ही यह सवाल उठाए जा रहे थे कि क्या नीतीश कुमार बीजेपी के साथ असहज महसूस कर रहे हैं, और क्या वे एक बार फिर पलटी मार सकते हैं।

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लालू यादव ने दिया था नीतीश को ऑफर

बीजेपी से नीतीश कुमार की नाराजगी के कयासों के बीच लालू यादव ने कहा था कि नीतीश के लिए हमारा दरवाजा हमेशा खुला है और नीतीश को भी खोल कर रखना चाहिए। लालू ने कहा था कि अगर नीतीश साथ आते हैं तो उन्हें हम क्यों नहीं लेंगे। नीतीश साथ में आए और काम करें। लालू यादव के ऑफर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी ने ऐसी बात मीडिया को शांत करने के लिए कही थी। आप लोग रोज पूछते रहते हैं, तो वह क्या बोलेंगे।

नीतीश से मिलेंगे अमित शाह?

ऐसे में अब जब अमित शाह पटना जाएंगे, तो देखना यह होगा कि क्या वे सीएम नीतीश कुमार से मिलते हैं, या नहीं। अगर दोनों की मुलाकात हुई, बिहार की सियासत में चल रहे कयासों का अंत हो जाएगा, लेकिन अगर अमित शाह नीतीश से बिना मिले दिल्ली लौटे, तो नीतीश की नाराजगी के कयासों को और ज्यादा बल मिल सकता है।

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सीएम फेस को लेकर BJP की प्लान क्या?

महाराष्ट्र में महायुति के गठबंधन की जीत के बाद BJP की सीटें ज्यादा होने पर देवेंद्र फडणवीस सीएम बने थे। इस फॉर्मूले को बिहार में अप्लाई करने के एक सवाल पर अमित शाह यह कह चुके हैं कि बिहार में सीएम का फैसला चुनाव के बाद होगा। वहीं बिहार बीजेपी की सभी बड़े नेता, विजय सिन्हा से लेकर सम्राट चौधरी तक ये कह चुके हैं कि एनडीए के नेता नीतीश कुमार ही होंगे। यह बताता है बीजेपी बिहार में अभी नीतीश को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

ऐसे में नीतीश की कथित नाराजगी के बीच लालू यादव के ऑफर के बाद अमित शाह का बिहार दौरा काफी अहम हो गया है, जो कि बिहार का सियासी फ्यूचर तय करने में अहम होगा। बिहार की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।