तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी विस्तार में जुटीं पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी की सियासी चालों ने कांग्रेस के साथ उनके संबंधों में खटास पैदा कर दी है। ममता बनर्जी खुद ने एक दिन पहले ही ये कहकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था कि कोई यूपीए नहीं है। वहीं, दोनों दलों में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच, संसद भवन के सामने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की गर्मजोशी वाली तस्वीर सामने आई है, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि क्या इन ये दोनों दल ‘साथ-साथ’ हैं?
सामने आई तस्वीर में संसद भवन के सामने टीएमसी सांसद गर्मजोशी से जयराम रमेश से मिलती दिखाई दे रही हैं। बुधवार के दिन की ये तस्वीर संसद सत्र के दौरान की है। दोनों सांसदों के बीच मुलाकात की ये तस्वीर ऐसे समय में सामने आई है जब टीएमसी-कांग्रेस आए दिन एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल, मेघालय में कांग्रेस के 12 विधायकों के टीएमसी में जाने और हाल-फिलहाल, कांग्रेस के कई नेताओं के टीएमसी का दामन थाम लेने के बाद दोनों दलों के बीच तनातनी बढ़ गई है। इस तनातनी के बीच, संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने साफ कर दिया था कि संसद सत्र में कांग्रेस के साथ सहयोग करने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया था।
ममता बनर्जी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब कोई यूपीए नहीं है। साथ ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे को लेकर भी उनपर निशाना साधा और कहा था, ”आधा टाइम विदेश में रहोगे, तो राजनीति कैसे होगी?” ममता बनर्जी ने कहा कि कोई लड़ नहीं रहा है तो हम क्या करें, हमें लगता है कि सभी को मिलकर लड़ना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि वे भाजपा का विकल्प तैयार कर रही हैं।
टीएमसी के विस्तार की ममता बनर्जी के इस प्लान से कांग्रेस को सबसे अधिक झटका लगा है। पिछले दिनों कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के रवैये को लेकर उन पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी के भतीजे को ईडी ने तलब किया था, जिसके बाद ममता की भाजपा से डील हुई है।