भाजपा भले ही केरल में पहली बार विधानसभा चुनावों में खाता खोलने की खुशी मना रही हो लेकिन प्रदेश भाजपा में ऐसा कुछ नहीं है। केरल भाजपा यूनिट से असंतोष की खबरें आ रही हैं। क्रिकेटर से राजनेता बने एस श्रीसंत ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को शिकायत की है कि उन्हें पार्टी कैडर से वोट नहीं मिले। उन्हें केवल युवा मतदाताओं ने ही वोट दिए। श्रीसंत तिरुवनंतपुरम सीट से खड़े हुए थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
श्रीसंत से पहले चेनागन्नूर, पलक्कउ़ और अरुविक्करा के उम्मीदवारों ने भी इस तरह की शिकायत की थी। चुनाव नतीजे जारी होने के बाद ही अमित शाह को खत लिखकर इस बारे में शिकायत की गई थी। हाल ही में मिली शिकायतों के बाद अब पार्टी ने चुनावों को लेकर प्रदेश यूनिट की रिपोर्ट को खारिज करने का फैसला किया है। साथ ही आला नेताओं को केरल भेजकर जमीनी हकीकत जानने को भेजा जाएगा।
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इधर, ओडिशा में भी भाजपा मतभेदों से जूझ रही है। सोमवार को पार्टी में चल रहा असंतोष खुलकर सामने आ गया। केंद्रीय खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सामाजिक न्याय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को इस असंतोष के चलते ओडिशा की यात्रा रद्द करनी पड़ी। ये दोनों मंत्री भाजपा के विकास उत्सव के चलते वहां जाने वाले थे लेकिन स्थानीय विधायक दिलीप रे ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। रे ओडिशा में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बढ़ते दखल ओर राउरकेला के इस्पात जनरल अस्पताल को सुपरस्पेशलियटी व मेडिकल कॉलेज न बनाए जाने से नाराज हैं।
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