उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार (8 मार्च) को कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी दिलाने का दावा करने वाली पार्टी को आज ‘‘पीआर’’ एजेंसी की सेवाएं लेनी पड़ रही हैं। अखिलेश ने विधानसभा में ‘सामान्य प्रशासन एवं गृह विभाग’ के बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर कटाक्ष किया, ‘‘….दावा करते हैं कि आजादी इन्होंने ही दिलायी है। आजादी दिलाने का दावा करने वाली पार्टी को पीआर एजेंसी की जरूरत पड़ गयी।’’

जाहिर है उनका इशारा राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर था, जिनकी हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी और अब दस मार्च को वह प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करने जा रहे हैं। समझा जाता है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में नैया पार लगाने की जिम्मेदारी किशोर को सौंप दी गयी है।

किशोर के साथ दस मार्च की बैठक में प्रदेश कांग्रेस के सभी उपाध्यक्ष, महासचिव, जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शामिल होंगे। कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी के उत्तर प्रदेश मामलों के प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री, प्रदेश प्रभारी सचिव जुबैर खान, प्रकाश जोशी, नसीब सिंह भी शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल करने में खासी मदद की थी। राजनीतिक रणनीतिकार माने जाने वाले किशोर ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी नीतीश कुमार के साथ मिलकर चुनावी रणनीति तैयार की थी और बिहार में जद-यू, राजद एवं कांग्रेस की सरकार बनाने का रास्ता साफ किया।