समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए ”आंदोलनजीवी” शब्द के जवाब में एक नया शब्द दिया है। लोकसभा में बोलते हुए, अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री की तीखी आलोचना करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर करारा हमला बोला। यादव ने कहा कि जो लोग चंदा जमा करते हैं, उन्हें “चंदाजीवी” बुलाया जाना चाहिए।अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, ”जब तक पिछला करतब लोग समझ पाएं, एक तमाशा और खड़ा कर देता हूं। MSP था, MSP है और MSP रहेगा। ये केवल भाषण में है, जमीन पर नहीं है।” ये सुनकर सदन में बैठे बीजेपी सांसद भी हंसने लगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति को धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब के दौरान, हजारों किसानों से अपील की कि वे केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन बंद करें और सरकार के साथ बातचीत में अपनी मांगों को रखें। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि एक “नई श्रेणी” के लोगों के बारे में देश को पता होना चाहिए: “आंदोलनजीवी”।
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को जवाब देते हुए देश की प्रगति में जन आंदोलनों की भूमिका पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा, “राष्ट्र ने आंदोलन के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त की। असंख्य अधिकारों को आंदोलन के माध्यम से प्राप्त किया गया। महिलाओं को आंदोलन के माध्यम से मतदान का अधिकार मिला। महात्मा गांधी राष्ट्र के पिता बने क्योंकि उन्होंने अफ्रीका, दुनिया और राष्ट्र के लिए आंदोलन किया।”
जबतक पिछला करतब लोग समझ पाएं,
एक तमाशा और खड़ा देता…
जिस तरह यूपी सरकार धान खरीदने से ज्यादा प्रचार करने रुची रखती उसके आधी रुचि धान खरीद मे लेती तो आज बाराबंकी, सीतापुर, अयोध्या गोरखपुर और पश्चिमी यूपी के कई जिलों मे किसान धान की ट्राली लेकर हफ्तों इंतजार नही कर रहे होते pic.twitter.com/vlmjFGFWWB— Brajesh Yadav(@BrajeshYadavSP) February 9, 2021
अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, ”किसानों को MSP नहीं मिल रहा है। अगर किसान को मिल रहा होता तो ऐसे दिल्ली घेरकर नहीं बैठा होता। सरकार कह रही है कि कानून किसान के लिए लेकर आए हैं। जब किसान स्वीकार नहीं कर रहे कानून तो सरकार कानूनों को वापिस क्यों नहीं ले लेती है? जिनके लिए कानून बना है वो कानून नहीं चाहते हैं। कॉरपोरेट घराने के लिए कारपेट बिछाकर इन कानूनों को लाने का काम किया गया है।”
अखिलेश यादव ने कहा, ”किसान आंदोलनजीवी हैं। उन लोगों को क्या कहा जाए जो चंदा लेने निकल जाते हैं। चंदाजीवी संगठन। समाजवादी पार्टी ने जितनी मंडियां बनाईं थी उससे आगे कुछ नहीं हो सका है। योगी ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपने खिलाफ दायर मुकदमे वापिस ले लिए।”