Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर जारी चुनाव प्रचार के आखिरी दो दिन बचे हैं और इस दौरान एनसीपी नेता, डिप्टी सीएम अजित पवार लगातार चर्चा में हैं, जो कि चाचा शरद पवार से अलग होकर पर चुनावी मैदान में हैं। अजित पवार भले ही महायुति में बीजेपी और शिवसेना के साथ हैं लेकिन कई मुद्दों पर उनके विचार काफी अलग हैं, जिसके चलते महायुति की परेशानियां बढ़ती रही हैं। इस बीच बेहतर मुख्यमंत्री के तौर पर जब अजित पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने महायुति या अपने चाचा का नाम नहीं लिया बल्कि कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख का नाम लिया है।
अजित पवार ने कहा कि दिवंगत नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख की तारीफ की है। अजित पवार ने कहा है कि उन्होंने विलासराव देशमुख से ही गठबंधन की राजनीति सीखी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट बताती है कि जब एनसीपी नेता शरद पवार को लेकर सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि वे पारिवारिक मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हैं। उन्होंने कहा कि उनका पूरा ध्यान विधानसभा चुनावों पर है।
अजित पवार ने की विलासराव देशमुख की तारीफ
अजित पवार ने पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख की तारीफ करते हुए कहा कि मैंने कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया है। मेरी राय में विलासराव देशमुख, जो दो बार मुख्यमंत्रियों रहे कि वे सबसे अच्छे मुख्यमंत्री थे। हम एक गठबंधन सरकार के दौर में हैं। राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर एकल पार्टी की कोई संभावना नहीं है। देशमुख ने गठबंधन सरकार को चलाने को रणनीति विकसित की थी।
वहीं, जब मुख्यमंत्री की दौड़ को लेकर अजित पवार से सवाल पूछा गया तो उनका साफ कहना था कि वे इस दौड़ में नहीं है। मुख्यमंत्री का चयन चुनाव परिणाम के बाद महायुति गठबंधन के विधायक दल की बैठक में होगा।
बता दें कि इससे पहले अजित पवार सीएम बनने की महत्वाकांक्षा जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने एक बार एक इंटरव्यू के दौरान यह तक कह दिया था कि वे हर बार डिप्टी सीएम के पद पर ही अटक जाते हैं लेकिन सीएम की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाते हैं।