बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर जहां विपक्षी महा विकास अघाड़ी में टूट है वहीं सरकार चला रही महायुति के अंदर भी एकजुटता नहीं दिखाई दे रही है।

महायुति सरकार में शामिल अजित पवार की पार्टी एनसीपी अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बीएमसी में 227 वार्ड हैं और 15 जनवरी को चुनाव के लिए वोटिंग होनी है।

अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी और शरद पवार की पार्टी एनसीपी (शरद पवार) की पार्टी के नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हुई लेकिन यह फेल हो गई। अब अजित पवार अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं।

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तैयार नहीं हुई शरद पवार की पार्टी

खबरों के मुताबिक, अजित पवार चाहते थे कि शरद पवार की पार्टी बीएमसी में केवल 35 सीटों पर चुनाव लड़े और यह चुनाव भी एनसीपी के चुनाव निशान ‘घड़ी’ के सिंबल पर लड़ा जाए लेकिन शरद पवार गुट के नेताओं ने इसे खारिज कर दिया।

60 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी

एनसीपी अजित पवार गुट के नेताओं ने मुंबई में 60 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है। एनसीपी की विधायक सना मलिक का कहना है कि इस मामले में पार्टी नेतृत्व से अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार है। महायुति गठबंधन में एकनाथ शिंदे की शिवसेना और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

एनसीपी ने इस बात का संकेत दिया है कि वह भले ही अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है लेकिन बीएमसी चुनाव के बाद बनने वाले किसी भी तरह के राजनीतिक हालात में समझौते के लिए वह तैयार है।

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