शुक्रवार को बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का समापन वंदे मातरम के साथ किया गया। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायकों ने सदन में वंदे मातरम गाए जाने का विरोध किया और राष्ट्र गीत नहीं गाया। जिसके बाद भाजपा विधायक ने एआईएमआईएम विधायकों पर पलटवार करते हुए कहा कि ये लोग देश को तालिबान बनाना चाहते हैं।
सदन की कार्यवाही ख़त्म होने के बाद एआईएमआईएम विधायक दल के नेता अख्तरुल ईमान ने विधानसभा में राष्ट्रगीत गाए जाने का विरोध करते हुए कहा कि यह जबरदस्ती थोपा जा रहा है। संविधान में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह हमारी परंपराओं के खिलाफ हैं। पहले भी राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान था। लेकिन सदन के अंदर नहीं गाया गया। एक नई परंपरा शुरू की गई है जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि संविधान में प्रेम और भाईचारा है। इसमें सभी धर्मों के सम्मान की बात कही गई है। इसलिए मैं वंदे मातरम नहीं गाता हूं और न ही गाऊंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे कोई हमारी राष्ट्रभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता है। हम देश में आस्था रखते हैं और कोई भी हमें जबरन वंदे मातरम गाने के लिए नहीं कह सकता है।
सदन में वंदे मातरम गाए जाने का एआईएमआईएम विधायकों द्वारा विरोध करने पर भाजपा के विधानसभा सदस्यों ने जमकर पलटवार किया। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि उनकी सोच तालिबान जैसी है और वे इस देश को भी तालिबान बनाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिहादी और सांप्रदायिक सोच वाले व्यक्ति से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इन्हें न तो देश से प्रेम है और न ही यहां की परंपराओं से।
वहीं भाजपा विधायक संजय सिंह ने तो ओवैसी की पार्टी के विधायकों को देश छोड़ने तक के लिए कह दिया। भाजपा विधायक ने कहा कि जिन लोगों को सदन के अंदर वंदे मातरम गाने से समस्या है वो अपने देश से प्यार नहीं करते हैं। इस देश में रहने वाले व्यक्ति को वंदे मातरम गाना ही होगा। नहीं तो उन्हें इस देश में रहने की जरूरत नहीं है और वे किसी दूसरे देश में चले जाएं।
