Agniveer Gawate Akshay Laxman: सियाचिन में तैनात भारतीय सेना के जवान गावते अक्षय लक्ष्मण लाइन ऑफ ड्यूटी पर तैनाती के दौरान शहीद होने वाले पहले अग्निवीर हैं। सेना के लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने रविवार को बताया कि सियाचिन में ड्यूटी के दौरान एक अग्निवीर लक्ष्मण शहीद हुए हैं। सेना ने गावते के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। साथ ही यह भी जानकारी दी कि शहीद गावते के परिवार को एक करोड़ से ज्यादा की धनराशि मिलेगी।

शहीद गावते अक्षय लक्ष्मण के परिवार को कितनी मिलेगी राशि?

सरकार ने घोषणा की है कि ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीरों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये से अधिक मिलेंगे। इस राशि में 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये का अनुग्रह राशि, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि की 30 प्रतिशत राशि, जिसमें सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज भी शामिल होगा।

इन लाभों के अलावा, अग्निवीर के परिवार को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल का पैसा भी मिलेगा, जो कि 13 लाख रुपये से अधिक होगा। इसके अलावा, सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष भी परिवार को 8 लाख रुपये का योगदान देगा।

गावते के शहीद होने के बाद सरकार ने की घोषणा

यह घोषणा अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण के सियाचिन ग्लेशियर के चुनौतीपूर्ण इलाकों में ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने के बाद आई है। महाराष्ट्र के रहने वाले लक्ष्मण पहले अग्निवीर हैं, जिन्होंने ऑपरेशन में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।

भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने ‘एक्स’ पर कहा, बर्फ में चुपचाप रहने के लिए, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे।’ इसमें कहा गया, ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।’

राहुल गांधी ने उठाए थे सवाल

बता दें, हाल ही में अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा था। राहुल ने कहा था कि अग्निवीर, भारत के वीरों के अपमान की योजना है और अग्निवीरों की शहादत के बाद उनके परिजनों को पेंशन या अन्य लाभ नहीं दिया जाता है। राहुल के आरोपों को बीजेपी ने सिरे से खारिज कर दिया था। बीजेपी आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित मालवीय ने आरोपों को ‘बिल्कुल बेबुनियाद और गैरजिम्मेदाराना’ बताया था।