समाजवादी पार्टी के संसदीय बोर्ड द्वारा कौमी एकता दल के पार्टी में विलय को खत्‍म किए जाने के बाद उसके अध्‍यक्ष अफजाल अंसारी ने सीधे सीएम अखिलेश यादव पर हमला बोला है। अंसारी ने दावा किया कि सपा ने योजनाबद्ध तरीके से अखिलेश को ‘साफ-सुथरी छवि वाला इंसान’ के तौर पर ब्रांडिंग करने के लिए मुख्‍तार अंसारी के नाम का इस्‍तेमाल किया। अखिलेश को ‘घमंडी सीएम’ बताते हुए अफजाल ने चेतावनी दी कि विधानसभा चुनावों में पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में कौमी एकता दल अखिलेश को सबक सिखाएगा। अफजान ने अखिलेश की तुलना महाभारत के ‘दुर्योधन’ से करते हुए कहा कि मुलायम बूढ़े हो चुके हैं। वह स्‍वस्‍थ नहीं है और अखिलेश का राजसी अंदाज उनपर हावी हो रहा है।

अफजाल ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और वरिष्‍ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव को ‘भगवान हनुमान’ बता दिया। उन्‍होंने कहा कि वह मुलायम सिंह यादव के निर्देशों का ‘भगवान राम’ के एक ‘भक्‍त’ की तरह पालन करते हैं। अफजाल ने दावा किया कि अखिलेश शिवपाल को किनारे करने की ताक में थे। शिवपाल ने ही 21 जून को सपा में कौमी एकता दल के विलय की घोषणा की थी, उस वक्‍त अफजाल अंसारी और उनके भाई सिबगतुल्‍लाह अंसारी वहां मौजूद थे।

READ ALSO: यूपी: अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने वाले MLA को अखिलेश ने बनाया मंत्री

अंसारी ने कहा कि मुलायम ने उन्‍हें अपने घर बुलाया था। जहां उन्‍होंने कहा कि पूर्वोत्‍तर यूपी में भाजपा इसलिए जीती क्‍योंकि सपा और कौमी एकता दल के वोट बंट गए थे। अफजाल के अनुसार, ”मुलायम ने कहा कि 2017 के चुनावों में वोटों का बिखराव रोकना जरूरी था। सांप्रदायिक ताकतों को सत्‍ता में आने से रोकने के लिए, मुलायम ने मुझे कौमी एकता दल के सपा में विलय का प्रस्‍ताव दिया।”