गुजरात में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पद से त्यागपत्र दे दिया है। इधर टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लगता है कि मुख्यमंत्री का पद म्यूजिकल चेयर्स खेलने के लिए है।
बताते चलें कि बंगाल विधानसभा चुनाव और उसके बाद से टीएमसी की तरफ से लगातार भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा जाता रहा है। टीएमसी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री और अमित शाह को लगता है कि मुख्यमंत्री का पद कोई म्यूजिकल चेयर्स खेलने के लिए है। इधर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का कहना है कि सीएम पद के चेहरे को बदलने से सरकार की विफलता कम नहीं हो जाएगी।
‘लोगों के गुस्से कम करने के लिए सीएम को हटाया’: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि सीएम ने गुजरात में कुछ काम नहीं किया। अब एक साल चुनाव के लिए बचे हैं। बीजेपी को अगर सीएम बदलना था तो पहले बदल देते लेकिन इस समय बदला जब चुनाव के लिए एक साल बचा है। उन्होंने लोगों के गुस्से को कम करने के लिए, लोगों को बरगलाने के लिए सीएम को हटा दिया।
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।’’उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। मैंने राज्य के विकास में योगदान दिया। आगे मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं करुंगा।’’
रूपाणी ने कहा, ‘‘भाजपा में यह परंपरा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां समय-समय पर बदलती हैं। पार्टी भविष्य में मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे लेने को तैयार रहूंगा।’’उन्होंने कहा, ‘‘मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की जनता की सेवा करने का यह अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। अब मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं उसे करुंगा।’’उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। अब मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं उसे करुंगा।’’बताते चलें कि आनंदीबेन पटेल के बाद उन्हें राज्य की कमान दी गयी थी। उन्हें अमित शाह का करीबी माना जाता था।