सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी जैसे वीवीआईपी व्यक्तिओं के लिए एक नया वीआईपी सिक्योरिटी विंग बना दिया है। यह विंग सिर्फ गणमान्य लोगों की सुरक्षा की ही देखरेख करेगा। इस विंग का एक अलग वीआईपी सेक्टर हेडक्वार्टर और रेंज होगी। इसके अलावा जवानों की ट्रेनिंग के लिए एक केंद्र का भी प्रस्ताव रखा गया है। यह विंग दिल्ली से ही काम करेगा और इंस्पेक्टर जनरल रैंक का अफसर विंग का कार्यभार संभालेगा।

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में गांधी परिवार से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) सुरक्षा छीन ली थी और उन्हें सीआरपीएफ की तरफ से सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। पहले कुछ दिनों में गांधी परिवार और सीआरपीएफ के बीच गतिविधियों के तालमेल को लेकर दिक्कतें आई थीं। खासकर प्रियंका गांधी के कुछ मामलों को लेकर।

प्रियंका गांधी वाड्रा के घर में एक अनाधिकृत गाड़ी के आने से लेकर लखनऊ दौरे के समय उनके स्कूटर के पीछे वाली सीट पर बैठने तक सीआरपीएफ और उनके बीच कई बार विवाद की बात सामने आई। यह मुद्दे गृह मंत्री अमित शाह तक भी पहुंचे, जिन्होंने इसे संसद में उठाया। लखनऊ वाली घटना के बाद तो सीआरपीएफ ने यह तक कह दिया था कि प्रियंका गांधी ने सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किया है। इस घटना के बाद सीआरपीएफ ने वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा के लिए अलग सिक्योरिंटी विंग बनाने का प्रस्ताव रखा था।

सीआरपीएफ के डीजी ने पत्र जारी कर कहा, “गृह मंत्री के साथ हुई समीक्षा बैठक में सीआरपीएफ की तरफ से वीआईपी लोगों की सुरक्षा के लिए अलग विंग का हेडक्वार्टर बनाने, वीआईपी सिक्योरिटी रेंज और वीआईपी सिक्योरिटी ट्रेनिंग सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा गया है।” पत्र में कहा गया है कि गृह मंत्रालय की तरफ से मौजूदा जवानों के साथ ही अलग वीआईपी सिक्योरिटी विंग बनाने की सलाह दी गई है।

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