देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने क्रिकेट को लेकर बेहद रोचक टिप्पणी की है। आस्ट्रेलिया में भारत की टेस्ट शृंखला में शानदान जीत पर जब देश के क्रिकेट प्रेमियों में हर ओर हर्ष और उल्लास का माहौल है तब उद्योगपति आनंद महिंद्रा का ट्वीट काफी मजेदार लग रही है।

उन्होंने कहा कि “मैं क्रिकेट में टेस्ट प्रारूप के भविष्य को लेकर संशय में रहा करता था। गाबा टेस्ट के बाद मेरा विचार कुछ ऐसा है।” उन्होंने बड़े रोचक अंदाज में क्रिकेट के प्रारूप की तुलना की है। उन्होंने बताया, “टी-10 टिकटॉक है तो टी-20 यूट्यूब है। एक दिवसीय मैच फीचर फिल्म और टेस्ट मैच मास्टरपीस थिएटर है।”

आनंद महिंद्रा के ट्वीट का जवाब देते हुए यूजर @charuhasmujumd1 ने लिखा, “… और आईपीएल एक उबाऊ टीवी सीरियल की तरह है जो खत्म नहीं होता है।” इस पर आनंद महिंद्रा ने लिखा, “हां, यह सुनिश्चित करने के लिए एक धारावाहिक … हालांकि मैं इसे उबाऊ नहीं कहूंगा … और अधिक लगातार देखने को प्रोत्साहित करने की संभावना है!”

इससे पहले ब्रिसबेन में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच से पहले कई वरिष्ठ खिलाड़ियों ने भारत की बुरी तरह हार की भविष्यवाणी की थी। कहा था कि संभव है कि उनको क्लिनस्वीप का सामना करना पड़े। वे सभी लोग मान रहे थे कि भारत की हार तय है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत जीतेगा।

लेकिन उनकी भविष्यवाणी पर आनंद महिंद्रा ने उनको ट्रोल किया और लिखा, “आप अपने शब्दों को कैसे खाना चाहेंगे? ग्रिल्ड, फ्राइड, बेक किया हुआ … चपाती या डोसे में लिपटा हुआ?”

बहरहाल बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी में भारतीय स्पिनर आस्ट्रेलियाई फिरकी गेंदबाजों पर भारी पड़े। रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने 26.95 के औसत से कुल 23 विकेट चटकाए। विपक्षी टीम के नाथन लियोन और लाबुशेन ने 59.11 के औसत से कुल मिलाकर महज नौ विकेट ही हासिल किए। वहीं धीमी बल्लेबाजी के लिए जिस चेतेश्वर पुजारा को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने टैस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ 1132 गेंदों का सामना करते हुए 828 रन बनाए हैं।

ऋषभ पंत ने विदेशी दौरों पर बढ़िया बल्लेबाजी की है। आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टैस्ट शृंखला जीत में भी उन्होंने बल्ले से अहम योगदान दिया। पंत के टैस्ट में पदार्पण के बाद से 140 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे अधिक की रफ्तार की गेंदों पर बल्लेबाजी औसत 146 का है। वहीं उनके बाद उस्मान ख्वाजा हैं जिनका औसत करीब 131 का है।