बंगाल को लेकर बीजेपी और तृणमूल के बीच तीखी जंग चल रही है, लेकिन ABP-C Voter पोल की मानें तो ममता का जादू अभी भी बंगाल के लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। उनकी सरकार बननी तय मानी जा रही है। पोल कहता है कि बंगाल के सीएम के तौर पर ममता लोगों की पहली पसंद हैं। हालांकि, पोल यह भी कहता है कि 2016 की अपेक्षा ममता को थोड़ा बहुत नुकसान भी होगा। 2016 में टीएमसी को 44.9 % वोट मिले थे। अनुमान है कि इस बार ये वोट 1.5% कम होकर 43.4% रह सकते हैं।
बंगाल में बीजेपी को 28.2% वोटों का फायदा
सर्वे के मुताबिक, इस बार बीजेपी को अच्छी बढ़त मिलती दिख रही है। पिछली बार इसे 10.2% वोट मिले थे, जो इस बार बढ़कर 38.4% होने का अनुमान है। पार्टी को 28.2% का फायदा होता दिख रहा है। कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन को सबसे ज्यादा नुकसान दिखाई दे रहा है। पिछली बार इन्हें 37.9% वोट मिले थे। इन्हें इस बार 12.7% वोट मिलने का अनुमान है। गठबंधन को 25.2% वोटों का नुकसान पोल में दिखाई दे रहा है। बंगाल में पिछली बार तृणमूल ने 211 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पोल कहता है कि इस बार भी ममता की सरकार बनने के आसार हैं। ममता की पार्टी इस बार 150-166 सीटें जीत सकती है। जबकि 294 सदस्यीय असेंबली में बीजेपी के 98-114 सदस्य पहुंच सकते हैं। कांग्रेस-वाम गठबंधन को 23-31 सीट मिलने का अनुमान है। पिछली बार कांग्रेस नीत गठबंधन ने 76 सीटें जीती थीं। जबकि बीजेपी की टिकट पर केवल तीन नेता जीत हासिल कर सके थे।
तमिलनाडु में स्टालिन की डीएमके सरकार बनाने के करीब
तमिलनाडु में स्टालिन की डीएमके सरकार बनाने के करीब है। यहां स्टालिन कांग्रेस के यूपीए गठबंधन को फायदा मिलता दिख रहा है। 2016 के चुनाव में तमिलनाडु में यूपीए को 39.4% वोट मिले थे जबकि इस बार सर्वे के अनुमान के मुताबिक यह बढ़कर 43.7% हो सकते हैं। यूपीए को 4.3% वोट का फायदा हो सकता है। पोल के मुताबिक, एनडीए के वोट प्रतिशत में भारी नुकसान का अनुमान है। पिछले चुनाव में तमिलनाडु में एनडीए को 43.7% वोट मिले थे इस बार ये घटकर 30.6% तक रह सकता है। कमल हासन की पार्टी एमएनएम को 7% वोट मिल सकते हैं। उनका यह पहला चुनाव है। तमिलनाडु में यूपीए गठबंधन को 161-169 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि एनडीए को 234 सदस्यों वाली विधानसभा में 53-61 सीटें मिल सकती हैं। 40% लोगों ने सीएम के लिए स्टालिन को अपनी पसंद माना है जबकि 29.7% लोगों का कहना है कि पलानीस्वामी वापसी कर सकते हैं।
पुदुचेरी में राहुल की टीम पर एनडीए पड़ रहा भारी
पुदुचेरी में बीजेपी नीत गठबंधन राहुल गांधी की पार्टी पर भारी पड़ रहा है। पुदुचेरी में यूपीए को इस बार 40.7% वोट का अनुमान है। 2016 के चुनाव में इसे 39.5% वोट मिले थे। यानी 1.2% वोट का मामूली इजाफा होता दिख रहा है। एनडीए को पिछले चुनाव में 30.5% वोट मिले थे। इस बार 45.5% वोट मिल सकते हैं। इसके खाते में 14.9% की बढ़ोतरी हो रही है। अन्य को पिछले चुनाव में 30% वोट मिले थे जबकि इस चुनाव में यह आंकड़ा 13.9% रह सकता है। पोल कहता है कि यूपीए को इस बार 10 से 14 सीटें मिल सकती है। एनडीए के खाते में 16 से 20 सीटें जा सकती हैं। अन्य को 1 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
केरल में पी. विजयन फिर से हासिल कर सकते हैं सत्ता
पोल के हिसाब से केरल में पी. विजयन की सरकार फिर से सत्ता हासिल करने जा रही है। हालांकि, इस बार एलडीएफ को मामूली नुकसान हो सकता है। पिछले चुनाव में केरल में एलडीएफ को 43.5% वोट मिले थे। सर्वे के मुताबिक इस बार 42.9% वोट मिल सकते हैं। देखा जाए तो पिछली बार की तुलना में एलडीएफ के .6% वोट कम हो सकते हैं। 2016 के चुनाव में यूडीएफ को 38.8% वोट मिले थे। इस बार 37% से ज्यादा मिलने का अनुमान है। .9% की मामूली की कमी आ सकती है। बीजेपी को पिछली बार केरल में 14.9% वोट मिले थे। इस बार 14.6% वोट का अनुमान है। 140 सदस्यों वाली असेंबली में एलडीएफ को इस बार 77-85 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस नीत यूपीए 54-62 सीटें हासिल कर सकता है। पिछली बार इसकी 47 सीट थीं। बीजेपी को अधिकतम दो सीटें मिलने का अनुमान पोल में लगाया गया है।
असम में दोबारा एनडीए की सरकार बनने के आसार
ABP-C Voter सर्वे का अनुमान है कि असम में बीजेपी नीत एनडीए की सरकार दोबारा बन सकती है। यानी सोनेवाल सरकार फिर से सत्ता में अपनी वापसी कर सकती है। 126 सीटों वाली असम विधानसभा में एनडी को 64 से 72 सीटें मिलने का अनुमान है। यूपीए को 52 से 60 सीटें मिल सकती हैं। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार असम में एनडीए का वोट परसेंट थोड़ा बढ़ सकता है। 2016 के चुनाव में एनडीए को 41.9% वोट मिले थे। इस बार एनडीए को 45% वोट मिल सकते हैं। यूपीए को इस बार बड़ा फायदा होने का अनुमान है। 2016 के असेंबली चुनाव में असम में यूपीए को 31% वोट मिले थे। इस बार यूपीए के खाते में 42.2% वोट जा सकते हैं। पोल कहता है कि यूपीए को इस बार 11.2% वोट का फायदा होने का अनुमान है।