पिछले दिनों देशभर में त्योहारों पर कई जगहों पर तनाव और हिंसा देखने को मिली। रामनवमी, हनुमान जयंती पर देश के अलग-अलग भागों में हिंसा हुई। ऐसे में ये मुद्दा आए दिन टीवी डिबेट से लेकर राजनीतिक चर्चाओं में उठता रहता है। ऐसे में ‘चुनाव है तो तनाव है’ इस मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर संगीत रागी ने जब एंकर शोभना को कहा कि आप पढ़ी-लिखी नहीं तो वो लाइव डिबेट में ही अपनी डिग्री बताने लगीं।

संगीत रागी की अमर्यादित भाषा: संगीत रागी ने शोभना से कहा कि आप पढ़ती-लिखती नहीं। मुझे शर्म आती है ऐसे पत्रकारों से बात करने में। जिसका करारा जवाब देते हुए शोभना यादव ने कहा कि मुझे भी शर्म आती है कि आप प्रोफेसर हैं और इस तरह की बात करते हैं। संगीत रागी ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “दो टके का आपको ज्ञान नहीं है बस बक-बक करती हैं।”

संगीत रागी ने और बदतमीजी करते हुए कहा कि ग्रेजुएट ही हैं ना आप? थोड़ा पढ़ा-लिखा करिए, सिर्फ टीवी पर एंकर बन कर बकवास करने से ज्ञान नहीं होता। जिसके जवाब में शोभना यादव ने कहा कि मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। लाइव टीवी पर अपनी डिग्री बताना नहीं चाहती पर सुनिए मैं इंजीनियर हूं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ी हूं।

डिबेट के दौरान संगीत रागी ने कहा कि भागलपुर, भिवंडी, जमशेदपुर के दंगों का इतिहास पढ़ लीजिएगा। जिस पर एंकर शोभना ने कहा कि क्या आप कहना चाहते हैं कि कांग्रेस ने दंगे कराए तो अब हम भी दंगे कराएंगे। शोभना ने कहा कि अगर गलतियां कांग्रेस से हुई हैं तो उन्हें सुधारा जाएगा कि दोहराया जाएगा? जिस पर प्रोफेसर संगीत रागी ने कहा कि हम आपकी तरह पत्रकार नहीं हैं कि उसके पक्ष या विपक्ष में बोलें। आप लोगों की दिक्कत ही यही है।

इसी बात का जवाब देते हुए प्रोफेसर संगीत रागी से जब एंकर शोभना यादव कुछ बोलने लगीं तो उन्होंने कहा कि दिक्कत यही है कि एंकर्स को अब खुद ही बोलने की आदत हो गयी है, दूसरों से सवाल पूछ कर खुद ही बोलने लगते हैं। जिसका जवाब देते हुए एंकर शोभना ने कहा कि आपकी दिक्कत ये है संगीत रागी जी कि जब आप तर्कों में फंसने लगते हैं तो एंकरों पर आरोप लगाते हैं।

देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा: राजस्थान के करौली ज़िले में दो अप्रैल को सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के मौक़े पर हिंसा देखने को मिली थी। वहीं दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव हो गया था।