केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ देशभर में आंदोलन चल रहा है। किसान संगठनों के अलावा विपक्षी राजनीतिक पार्टियां भी मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर हो गयी है। विपक्षी दल भी किसान महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा है कि 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा की साजिश भाजपा ने ही रची थी। साथ ही उन्होंने कहा कि ये तीनों कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट हैं।
मीडिया के साथ बातचीत में आप नेता संजय सिंह ने कहा कि मैं तो पहले दिन से कह रहा हूँ कि 26 जनवरी को लाल किले पर जो भी हुआ उसके पीछे भारतीय जनता पार्टी की साजिश थी और एक गहरा षड़यंत्र था। वो व्यक्ति (दीप सिद्धू) जो बीजेपी का नेता है उसने जानबूझ कर लाल किले पर हमला किया। दिल्ली पुलिस ने केंद्र सरकार के आदेश पर उनलोगों को लालकिले के अंदर जाने दिया।
लाल किला हिंसा BJP की सोची-समझी राजनीति का हिस्सा था, एक गहरा षड्यंत्र था: Sanjay Singh, AAP@SanjayAzadSln @AamAadmiParty #RedFort #FarmersProtest pic.twitter.com/ktpeBboSQY
— News24 (@news24tvchannel) March 1, 2021
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा कि जहाँ तक तीनों काले कानून की बात है तो ये तीनों कानून देशभर के किसानों के लिए डेथ वारंट की तरह हैं। सरकार ने ऐसा हाल कर दिया है कि किसान पिछले तीन महीने से पानी की बौछारें झेल रहे हैं, आंसू गैस के गोले झेल रहे हैं और लाठियां खा रहे हैं। इस सरकार ने किसानों का इतना अधिकतम अपमान किया है कि आज से पहले किसी भी सरकार ने ऐसा नहीं किया होगा।
कल सोमवार को मेरठ में आम आदमी पार्टी के द्वारा किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि आज अपने देश का किसान बहुत ज्यादा पीड़ा में है। किसान भाई परिवार समेत 95 दिनों से कड़कती ठंड में दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठा है। 250 से ज्यादा किसान भाइयों की शहादत हो चुकी है। लेकिन सरकार के सिर पर जूं नहीं रेंग रही है।
अरविन्द केजरीवाल ने भाजपा सरकार पर इन कानूनों की मदद से पूंजीपतियों को फायदा पहुँचाने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था कि सरकार इन कानूनों के माध्यम से किसानों की जमीन हड़प कर देश के तीन चार पूंजीपतियों को देना चाहती है। इन कानूनों के आने के बाद किसान अपने ही खेतों में मजदूर बनकर रह जायेंगे।